Wednesday, March 9, 2011

पुलिस को हत्यारे से पहले चश्मदीद की तलाश

नई दिल्ली.डीयू की छात्रा राधिका तंवर की हत्या के दो दिन बाद भी दिल्ली पुलिस के हाथ खाली हैं। जांच के लिए कई टीमें गठित की गई है, लेकिन पुलिस को हत्यारे से पहले किसी ऐसे चश्मदीद की तलाश है, जो इस वारदात को अंजाम देने वाले के बारे में जानकारी दे सके।

बुधवार को डीसीपी एचजीएस धालीवाल ने जब संवाददाता सम्मेलन बुलाया तो लगा कि हत्यारे का कोई सुराग मिल गया है, लेकिन सम्मेलन में डीसीपी बार-बार लोगों से अपील करते नजर आए कि हत्यारे की पहचान करने वाले को सामने आना चाहिए। हालांकि इस बीच पुलिस ने वारदात के समय मौजूद लोगों से पूछताछ के बाद एक स्केच भी जारी किया है।

डीसीपी के मुताबिक राधिका का हत्यारा उसकी गतिविधियों के बारे में जानकारी रखता था, उसका मकसद लूटपाट करना नहीं था। यही कारण है कि उसने बस स्टॉप पर राधिका का इंतजार किया और मौका मिलते ही गोली मार दी। उन्होंनें आशंका जताई कि हत्यारा पिछले काफी समय से उसका पीछा कर रहा था।

जब राधिका से उसे सकारात्मक जवाब नहीं मिला तो उसने उसकी हत्या कर दी। धालीवाल ने बताया कि राधिका के परिजन जांच में पूरा सहयोग कर रहे हंै, लेकिन लोगों से मदद नहीं मिल पा रही है।

उन्होंने कहा कि जिस इलाके में वारदात को अंजाम दिया गया है वहां बहुत भीड़ थी, इसलिए संभव है कि लोगों ने कातिल को जरूर नजदीक से देखा होगा, लेकिन अफसोस है कि कोई व्यक्ति अभी तक पहचान के लिए सामने नहीं आया है।

पुलिस ने घटनास्थल के आसपास मौजूद लोगों से पूछताछ के आधार पर एक स्केच जारी किया है। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया है कि वारदात के बाद काली टी शर्ट में छोटे कद और सांवले रंग का एक 20 वर्षीय युवक भागते हुए देखा गया था।

छात्रा का घर कातिल के मकान के आसपास तो नहीं!

डीयू की छात्रा राधिका के हत्यारे की तलाश में दिल्ली पुलिस की आधा दर्जन से अधिक टीमें गठित कर दी गई हैं। बुधवार को इन टीमों ने अपनी-अपनी जांच के आधार पर कापासेहड़ा, बदरपुर के अलावा नारायणा गांव में भी छापेमारी की। सूत्रों के अनुसार भले ही पुलिस को यह न मालूम हो कि कातिल कौन है, लेकिन उसे यह शक जरूर है कि कातिल राधिका के घर के आसपास ही रहता है।

सूत्रों के अनुसार पुलिस पूरे हालात पर नजर रखते हुए जांच आगे बढ़ा रही है। पुलिस का मानना है कि हत्यारा राधिका की जान पहचान का हो सकता है, जिसके बारे में शायद उसने कभी किसी को नहीं बताया होगा।

बुधवार को दिन भर खबरंे भी उड़ती रहीं कि हत्यारा नारायणा गांव का ही निवासी है और वह वहां की एक फैक्टरी में काम करता है। इस हत्या के पीछे एकतरफा प्रेम की आशंका से पुलिस भी इनकार नहीं कर पा रही है।

इसके अलावा, पुलिस को फिलहाल हत्या का कोई दूसरा कारण भी नहीं दिखाई दे रहा है। डीसीपी एचजीएस धालीवाल के मुताबिक पुलिस इस एंगल से ही जांच को आगे बढ़ा रही है। इसी के चलते राधिका के दोस्तों और नजदीकियों के अलावा साथ पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं से भी पूछताछ की जा रही है।

संसद में उठा हत्या का मामला

मंगलवार को धौला कुंआ इलाके में दिनदहाड़े कॉलेज छात्रा राधिका तंवर की हुई हत्या की गूंज बुधवार को संसद में भी सुनाई दी। भाजपा सांसद सैयद शाहनवाज हुसैन ने प्रश्नकाल के दौरान इस मुद्दे को उठाया।

हुसैन ने कहा कि जब महिला दिवस के अवसर पर लोकसभा की अध्यक्ष, मीरा कुमार देश की महिलाओं को बधाई दे रही थी, उसी समय धौला कुंआ इलाके में रामलाल आनंद कॉलेज की एक छात्रा को सरेआम गोली मार दी गई। अब तो दिल्ली की मुख्यमंत्री ने भी राजधानी को महिलाओं के लिए असुरक्षित करार दिया है।

उधर, शाहनवाज हुसैन और प्रदेश अध्यक्ष विजेन्द्र गुप्ता ने इस हत्याकांड के विरोध में मृत छात्रा के गांव नारायणा में कैंडल मार्च निकाला और हत्यारे को तुरंत गिरफ्तार करने की मांग की।

सहेलियांे से भी पुलिस को निराशा हाथ लगी

पुलिस की मानें तो राधिका की खास तीन सहेलियां है, लेकिन इनसे भी कोई अधिक जानकारी नहीं मिल पाई है। डीसीपी एचजीएस धालीवाल के मुताबिक मंगलवार को जब राधिका की हत्या की गई, इतफाक से कोई सहेली उसके साथ नहीं थीं, जबकि तीन सहेलियों में से एक रोजाना उसके साथ कॉलेज जाया करती थी। तीनों से भी पुलिस ने इस उम्मीद के साथ पूछताछ की कि शायद कोई सुराग मिल जाए, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ।

No comments:

Post a Comment