Tuesday, March 8, 2011

विफलताएं दिखाती हैं सफलता की राह

नई दिल्ली। एक पुरानी कहानी है, एक कौआ जब मोरों को जंगल में नाचते हुए देखता था, तब उसके मन में ख्याल आता था, ""भगवान ने मोरों को कितना सुंदर रूप दिया है! यदि मैं भी ऎसा होता, तो कितना मजा आता!""
कुछ दिनों बाद कौए ने जंगल में मोरों के बहुत से पंख बिखरे देखे। वह खुश होकर बोला, ""भगवान! ब़डी कृपा की आपने, जो मेरी पुकार सुन ली। मैं भी इन पंखों को लगाकर मोर बन जाता हूं।"" उसके बाद कौए ने मोरों के पंख अपने शरीर पर लगा लिए। फिर वह अपना नया रूप देखकर बोला, ""अब मैं मोरों से भी सुंदर हो गया हूं। इसलिए उन्हीं के पास जाकर मस्ती करता हूं।"" वह ब़डे अभियान से मोरों के पास गया। उसे देखते ही मोरों ने ठहाका लगाया, फिर एक मोर ने कहा, ""जरा देखो तो इस बेवकूफ कौए को। यह हमारे फेंके हुए पंख लगाकर मोर बनने चला है। मारो इस बदमाश को चोंचों और पंजों से जोरदार ठोकरें।"" सुनते ही सभी मोर कौए पर टूट प़डे और उसे अधमरा कर दिया। कौआ जान बचाकर कौओं के पास आया और मोरों की शिकायत करने लगा। तब एक बुजुर्ग कौआ बोला, ""सुनते हो इस बेवकूफ की बातें! यह हमारा मजाक उ़डाता था और मोर बनने के लिए उतावला रहता था। इसे इतना भी ज्ञान नहीं कि जो प्राणी अपनी जाति से संतुष्ट नहीं रहता, वह हर जगह अपमान पाता है। आज यह मोरों से पिटने के बाद हमसे मिलने आया है। लगाओं इस धोखेबाज को कसकर मार।"" इतना सुनते ही सभी कौओं ने मिलकर उसकी अच्छी मरम्मत की और कहा, ""अपनी क्षमता को पहचान, वर्ना तू कहीं का नहीं रहेगा।""
इसलिए अपनी क्षमता का आकलन कीजिए और नीचे लिखे गुरूमंत्रों का उच्चाारण कीजिए :
* जीवन की तमाम विफलताएं आपको आपकी वास्तविक योग्यता और क्षमता का आभास कराती हैं, फिर वही विफलताएं आपको सफलता का रास्ता दिखाती हैं।
* प्रभावशाली नेतृत्व क्षमता हासिल करने के लिए अपने प्रतिद्वंदियों के दिमाग में चलने वाली बातों का पता लगाइए ताकि आपको पता चल सके कि उनसे बेहतर आप क्या कर सकते हैंक्
* योग्यता, आत्मविश्वास, साहस, सार्थक संवाद, क्षमता, कठिन परिश्रम और काम के प्रति समर्पण सफलता का सबसे प्रचलित फार्मूला है, जिसके द्वारा दुनिया के करो़डों लोग अमीर बन चुके हैं।
* आपके जीवन की दिशा आपकी इच्छाओं और आवश्यकताओं से तय होती है, क्योंकि कार्य करने की क्षमता आपके संसाधनों पर निर्भर करती है।
* जब आप अपनी क्षमता और रूचि के अनुरूप करियर चुनते हैं, तब प्रतिस्पर्धा आपका मार्गदर्शन करने लगती है।
* कितना भी छोटा बिजनेस क्यों न हो, लेकिन प्रतियोगियों का सही चुनाव सफलता में अहम भूमिका निभाता है। ऎसे में जरूरी है कि आप अपनी क्षमताएं जानें और फिर यह निश्चित करें कि किस यू.एस.पी. के दम पर आप उस क्षेत्र में आना चाहते हैंक्
* बुद्धिजीवी लोग विवेक से सीखते हैं, साधारण लोग अनुभव से सीखते हैं। लेकिन मूर्ख लोग अपनी क्षमताओं से सीखते हैं।
* आपके जीवन की दिशा आपकी इच्छाओं और आवश्यकताओं से तय होती है, क्योंकि कार्य करने की क्षमता आपके संसाधनों पर निर्भर करती है।
* आपको वही दिखायी देता है, जो आप देखना चाहते हैं और वही सुनायी देता है, जो आप सुनना चाहते हैं। क्योंकि आपकी सुनने और देखने की क्षमता विस्तार के लिए तैयार नहीं होती।
* यदि आप अच्छा सा पोर्टफोलियो नहीं बनवाएंगे और निर्माताओं के चक्कर नहीं काटेंगे, तो सिल्वेस्टर स्टेलॉन कैसे बनेंगे। * देने वाले ने कभी कमी नहीं की, अब यह मुकद्दर की बात है कि आपको क्या मिला। प्रकृति ने सबको बराबर बुद्धि से नवाजा है, अब यह आप पर निर्भर करता है कि आपने उसका कितना उपयोग किया।
* आप न तो कालिदास हो सकते हैं, और न ही मोजार्ट। आप आप ही हैं, क्योंकि आप में जन्म से ही अपनी विशिष्ट प्रतिभा है और आप जैसे हैं वैसा और कोई नहीं है।

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