Monday, March 7, 2011

चाहिए ब़डी कामयाबी तो जोखिम उठाइए

नई दिल्ली। एक राजा था, उसे अपनी दौलत और ताकत पर बहुत घमंड था। वह हालांकि दानी, ईमानदार और योग्य प्रशासक था, लेकिन अपने अहंकार के कारण वह बदनाम हो गया था। एक दिन राजा सोचने लगा कि मैं अपनी प्रजा का पूरा ध्यान रखता हूं, फिर भी प्रजा मुझसे खुश नहीं है, ऎसा क्यों हो रहा है!
फिर उस राजा को जानने के लिए वह संत बाबा गरीबदास के पास पहुंचा और बोला, ""बाबा मैं इस देश का राजा हूं, मेरे पास बेइंतहा दौलत है। यदि आपको किसी चीज की जरूरत हो, तो तुरंत बताइए, मैं वो चीज पलक झपकते ही आपकी सेवा में पेश कर दूंगा।""
बाबा उसके अहंकार को भांप गए और बोले, ""तुम्हारे पास अपना है क्या, जो मुझे दोगे!""
बाबा की बात सुनकर राजा चौंक गया, फिर बोला, ""बाबा, ऎसी कौन-सी चीज है, जो मेरे पास नहीं हैक् मेरा महल कीमती चीजों से भरा प़डा है।""
बाबा गुस्से में बोले, ""राजन, यह तुम्हारा भ्रम है कि सारी दौलत तुम्हारी है। तुम्हारा कुछ भी नहीं है, क्योंकि तुम्हारा शरीर और सौंदर्य तुम्हारे माता-पिता का दिया हुआ है। वैभव धरती माता का दिया हुआ है। राजपाट भी तुम्हारा नहीं है, प्रजा ने तुम्हें राजा बनाया है। यदि तुम्हारा अपना कुछ है, तो वो है धर्म! इसलिए धर्म का पालन करो और प्रजा की सेवा करो, फिर तुम युगों-युगों तक अमर हो जाओगो।""
बाबा के मुंह से धर्म का रहस्य जानकर राजा का अहंकार चूर-चूर हो गया, फिर उसे अपनी परेशानी का कारण भी समझ में आ गया।
वह बाबा के चरणों में गिर प़डा और हाथ जो़डकर बोला, ""बाबा, मैं आपकी बात को ध्यान में रखते हुए अब अपने शासन में धर्म को ही प्रमुख स्थान दूंगा और कभी भी अहंकार नहीं करूंगा।""
इसलिए हमेशा प्रगति के बारे में सोचिए और इन गुरूमंत्रों को बार-बार दोहराइए :
* यह मत सोचिए कि देश की अर्थव्यवस्था कब समृद्ध होगी, बल्कि यह सोचिए कि आप की अपनी अर्थव्यवस्था कैसे समृद्ध होगी!
* सफलता हमेशा असफलताओं के बाद ही मिलती है, क्योंकि सफलता का रास्ता असफलताओं के बीच से ही होकर गुजरता है।
* यदि आपके पास एक पेन और एक सपना है, तब आप पूरी दुनिया को जीत सकते हैं, क्योंकि ब़डा आदमी बनने के लिए सिर्फ इन दो ही चीजों की जरूरत होती है-लक्ष्य और जुनून।
* जब आपका मन प्रसन्न होता है, तब आपके अंदर ऊर्जा का उत्पादन कई गुना बढ़ जाता है, जिसे आप सही दिशा में प्रयोग करके अधिक सफलता प्राप्त कर सकते हैं।
* जिन्हें लगता है कि वह सफल हो सकते हैं और जो ये सोचते हैं कि वे सफल नहीं होंगे, वे दोनों ही सही हैं। क्योंकि मन में जो विचार ज्यादा प्रभावशाली होंगे, वही आपकी सोच को निर्धारित करेंगे।
* आपको सफलता नहीं मिलती, क्योंकि आप सफलता नहीं मांगते। आप मांगते हो, फिर भी नहीं मिलता, क्योंकि तुम श्रद्धा से नहीं मांगते। लेकिन यदि आपके भीतर राई के दाने के बराबर भी विश्वास है, तो आप किसी पर्वत से कहिए कि यहां से खिसक जाओ, तब वह अवश्य खिसक जाएगा।
* जीवन की तमाम विफलताएं आपको आपकी वास्तविक योग्यता और क्षमता का आभास कराती है और फिर वही विफलताएं आपको सफलता का रास्ता दिखाती हैं।
8.जोखिम उठाए बिना आप जीवन में कभी कोई ब़डी कामयाबी हासिल नहीं कर सकते, क्योंकि अंग्रेजी में एक कहावत है, नो रिस्क नो रिवार्ड।
* फूलों की महक सिर्फ उसी दिशा में फैलती है, जिधर हवा का रूख होता है, लेकिन व्यक्ति की उन्नति के चर्चे पूरे विश्व में फैलते हैं।
* जागने के बाद कचरा, कू़डा-करकट चित्त से गिरना शुरू हो जाता है। फिर चित्त निर्मल होता चला जाता है और जब चित्त निर्मल हो जाता है, तब चित्त दर्पण बन जाता है।

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