Tuesday, March 8, 2011

कामयाबी के लिए चाहिए हिम्मत और जोश

नई दिल्ली। बात उस समय की है, जब हेनरी फोर्ड दुनिया को सबसे सस्ती कार "मॉडल-टी" बनाने की सोच रहे थे। तब कारें तो बहुत बनती थीं, लेकिन सिर्फ राजा-महाराजाओं के लिए ही बनती थीं। हेनरी फोर्ड ज्यादा पढ़े-लिखे नहीं थे और 14 साल की उम्र के बाद कभी स्कूल नहीं गए थे, उसके बाद भी वह सस्ती गाडियां बनाना चाहते थे।
पहले उन्होंने इंजन की ड्राइंग बनाई, फिर उस जमाने के सबसे अच्छे इंजीनियर के पास गए और उससे अपने लिए इंजन बनाने के लिए कहा। इंजीनियर वी-8 इंजन बनाने के लिए राजी हो गया। फिर कुछ महीनों बाद हेनरी फोर्ड ने इंजीनियर से काम में हो रही प्रगति के बारे में पूछा, तो जवाब मिला कि वी-8 इंजन बनाना असंभव है। इंजीनियर को हिम्मत हारते देख फोर्ड ने उसका हौसला बढ़ाया और खुद उसके साथ काम में लग गए। तब इंजीनियर को हेनरी फोर्ड से प्रेरणा मिली और इंजन वी-8 का डिजाइन तैयार हो गया।
इसलिए प्रेरणा लेते रहिए और इन गुरूमंत्रों को दिल की गहराइयों में उतार लीजिए :
*पे्ररणा से मिलती है कामयाबी, क्योंकि जब आप किसी व्यक्ति से प्रेरित होते हैं, तब आपकी सोई हुई सारी शक्तियां जाग जाती हैं। *आपने कभी सोचा है कि आपका प्रतिद्वंद्वी आपसे ज्यादा सफल व्यापारी क्यों हैं! क्योंकि उसने अपनी स्वाभाविक प्रवृत्ति और अंत: प्रेरणा को पैना किया हुआ है।
*प्रेरणा शब्द की उत्पत्ति अंग्रेजी के "मोटिव" शब्द से हुई है और मोटिव का अर्थ है कारण, लेकिन अमीर शब्द की उत्पत्ति के पीछे कोई कारण नहीं है।
*हिम्मत और जोश से मिलती है सफलता, क्योंकि हिम्मत आपको आगे बढ़ाती है और जोश आपको ज्यादा काम करने की प्रेरणा देता है। *किस्मत में लिखी हर मुश्किल टल जाती है, यदि हो बुलंद हौसले तो मंजिल मिल ही जाती है। सिर उठाकर यदि आसमान को देखोगे बार-बार, तो गगन को छूने की प्रेरणा मिल ही जाती है।
*गीता केवल धार्मिक ग्रंथ नहीं है, बल्कि उसके अंदर सफलता पाने का विज्ञान छिपा हुआ है, क्योंकि वह आपको संकल्प लेने का सिद्धांत सिखाती है, विरोधियों से निपटने का तरीका बताती है और कर्म करते रहने की प्रेरणा देती है।

No comments:

Post a Comment