Monday, January 31, 2011

गोविंदा की बेटी भी हुई सेक्सी फिगर की मल्लिका

 
 


गोविंदा की बेटी नर्मदा आहूजा फिल्मों में आने के लिए पूरी तैयारी में जुटी हुई हैं|उन्होंने योग के जरिए अपना फिगर साइज़ जीरो बना लिया है|नर्मदा एक रोमांटिक कॉमेडी फिल्म के जरिए बॉलीवुड में कदम रखने जा रही हैं|

फिल्म साइन करने के बाद से ही नर्मदा ने अपने फिगर को मैंटेन करने की कवायद शुरू कर दी थी|उन्होंने योग करके साइज़ जीरो फिगर पाने में सफलता हासिल कर ली है|इसके लिए उनके पर्सनल फिटनेस ट्रेनर उनकी खानपान की आदतों पर भी लगातार नजर रखते हैं और उन्हें हेल्दी फ़ूड खाने की सलाह देते हैं|

नर्मदा ने कहा कि उनके पिता गोविंदा ने उनसे सिर्फ इस पर सिर्फ यही कहा की जो भी करो उसमें अपना सौ प्रतिशत दो और मैंने वही कहा और अपने फिगर पर दिन रात मेहनत की|मैं अब बहुत खुश हूं|जल्द ही नर्मदा की पहली फिल्म की शूटिंग शुरू होगी|

'शाहिद मेरे घर में नहीं थे, उन्हें मैंने बुलाया था'

बॉलीवुड अभिनेत्री प्रियंका चौपड़ा के मुम्बई के वर्सोवा इलाके में स्थित घर पर आयकर विभाग का छापा पड़ने के समय प्रियंका को सबसे पहले शाहिद कपूर का ख्याल आया था।

प्रियंका ने छापे पड़ने के दौरान अपने घर में ही शाहिद की मौजूदगी की ख़बरों पर हैरानी जताई और कहा कि वह उनके घर में नहीं थे बल्कि उस समय उन्होंने फोन कर उन्हें वहां बुलाया था।



छापा पड़ने के समय शाहिद प्रियंका के घर के पास ही मौजूद थे इसलिए प्रियंका ने उन्हें फोन किया और शाहिद तुरंत उनके घर पहुंच गए।


सोमवार रात को एक संवाददाता सम्मेलन में प्रियंका ने कहा, "मेरे साथ मेरी मां रहती हैं लेकिन वह उस समय घर में नहीं थीं। शाहिद मेरे घर से केवल तीन मिनट की दूरी पर मौजूद थे इसलिए मैंने उन्हें फोन किया। ऐसे समय में शाहिद ही ऐसे व्यक्ति हैं जिनके बारे में मैं सोच सकती थी।"

छापे में बरामद हुए छह करोड़ रुपये के सम्बंध में सवाल पूछे जाने पर उन्होंने कहा, "मेरे चार्टड एकाउंटेंट और मेरे प्रवक्ता ने आधिकारिक बयान जारी कर दिया है। यह बहुत आश्चर्यजनक है कि निराधार खबरों को वास्तविक खबर की तरह दिखाया जा रहा है।"

कोक, नेस्ले का मिस्र में संचालन बंद

कोका-कोला और नेस्ले एसए ने मिस्र में संचालन बंद करने का निर्णय लिया है.
रविवार को पेट्रोलियम कम्पनी शेल के उत्पादन बंद करने के निर्णय के बाद दोनों कम्पनियों ने सोमवार को यह निर्णय लिया है.

मिस्र में सोमवार से हजारों प्रदर्शनकारी सरकार के खिलाफ आंदोलन कर रहे हैं.

कोका-कोला ने कहा कि काहिरा में स्थिति सुधरने तक संचालन बंद रहेगा.

नेस्ले के प्रवक्ता ने कहा कि देश में राजनीतिक संकट के चलते कम्पनी का काम बाधित हुआ है.

पेट्रोल के दाम फिर बढ़ सकते हैं!

पेट्रोल की कीमतों में एक बार फिर से बढ़ोत्तरी हो सकती है, क्योंकि अंतर्राष्ट्रीय बाज़ार में कच्चे तेल के दाम बढ़ गए हैं.
अंतर्राष्ट्रीय  बाजार में कच्चे तेल का दाम 100 डॉलर प्रति बैरल तक पहुंच गया है.
मिस्र के संकट के बाद तेल की आपूर्ति में रुकावट आने की आशंका के बाद तेलके दामों में बढ़ोतरी हुई है. सबसे ज्यादा आशंका स्वेज नहर और सम्द पाइपलाइन के जरिए होने वाली कच्चे तेल की आपूर्ति में ठहराव को लेकर है.
गौरतलब है कि सितंबर 2008 में कच्चे तेल का भाव  147 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया था. कच्चे तेल में आए उछाल का असर भारत में दिखने लगा है.
सोमवार को सरकारी तेल कंपनियों ने हवाई ईंधन के दामों में 4.5% की बढ़ोतरी कर दी है. अब एक किलोलीटर हवाई ईँधन के लिए 50,958.79 रुपए चुकाने होंगे.
जिसका अंतिम भार अब यात्रियों को उठाना होगा. हवाई यात्रा की कुल लागत में 40 फीसदी हिस्सा ईंधन का है.मिस्र हर दिन 6,85,000 बैरल कच्चे तेल का उत्पादन करता है.
दुनिया का 30वां सबसे ज्यादा तेल उत्पादन करने वाला देश है. मिस्र के तेल उत्पादन का ज्यादातर हिस्सा घरेलू जरूरतों को पूरा करने में चला जाता है. इसलिए मिश्र तेल निर्यातक देश के लिहाज से खास महत्व्पूर्ण नहीं है.
चिंता की वजह स्वेज नहर और सम्द पाइप लाइन है.ये दोनों रास्ते मिस्र से होकर गुजरते हैं. मिश्र से होकर गुजरने वाली स्वेज नहर से रोजाना 18 लाख बैरल कच्चे तेल की आपूर्ति होती है.
स्वेज नहर का विकल्प सम्द पाइपलाइन बनाई गई थी. इस पाइप लाइन की क्षमता 25 लाख बैरल प्रति दिन है. अगर स्वेज नहर बंद होती है तो तेल ढोने वाले जहाजों और टैंकरों को अफ्रिका का चक्कर लगाकर पहुंचना होगा.
इसका मतलब है कि करीब 6000 किलोमीटर की अतिरिक्त दूरी तय करनी होगी. आम लोगों को सबसे ज्यादा आशंका खुदरा पेट्रोल के दाम को लेकर है.
सूत्रों के मुताबिक तेल कंपनियां फिर से दाम बढ़ाने की तैयारी कर रही हैं. पिछले साल जून से पेट्रोल के दाम को बाजार के भरोस छोड़ दिया गया है. पहले पेट्रोल की कीमत सरकार तय करती थी.
अब तेल कंपनियां अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों के हिसाब से घरेलू दाम में बदलाव कर रही हैं. दाम तय करने की नई प्रथा के बाद अब तक 7 बार पेट्रोल के दाम बढ़ चुके हैं.
सीधे जनवरी 2010 से देखा जाय तो 48 रुपए प्रति लीटर के भाव पर मिलने वाला पेट्रोल अब 60 रुपए प्रति लीटर तक पहुंच चुका है. गौरतलब है कि भारत अपनी जरूरत का 80 फीसदी हिस्सा कच्चा तेल आयात करता है.
जिसमें ज्यादातर आयात साऊदी अरब और पश्चिम एशिया के बाकी देशों से होता है.दुनिया में तेल उत्पादन का दो तिहाई हिस्सा फारस की खाड़ी वाले देशों में होता है.
भारत इनमें से साउदी अरब,ईरान,ईराक,कुवैत और यमन से तेल आयात करता है. इस बीच ईरान से पेमेंट मॉडल को लेकर चल रहा विवाद इस संकट को और बढ़ा सकता है. सउदी अरब के बाद ईरान दूसरा सबसे बड़ा आपूर्ती करने वाला देश है.
कुल मिलाकर पश्चिम एशिया की हलचल के बाद कच्चे तेल का आयात बिल बढ़ना तय है.चालू कारोबारी साल के पिछले आठ महीनों में भारत कच्चा तेल खरीदने के लिए 57 अरब डॉलर खर्च कर चुका है.
पिछले कारोबारी साल यानी 2009-10 में यह लगात 38 अरब डॉलर थी.कच्चे तेल के दाम 100 डॉलर प्रति बैरल पहुंचने के बाद घरेलू कंपनियों पर दाम बढ़ाने का दबाव लगातार बढ़ रहा है.
कंपनियों का कहना है कि वे नुकसान उठाकर सस्ता पेट्रोल और डीजल बेच रही हैं. पेट्रोल के हर लीटर पर 3 रुपए और डीजल पर 8 रुपए का नुकसान उठाकर बेचना पड़ रहा है.
कंपनियों का कहना है कि दाम तय करने के नए तरीके से पेट्रोल पर कुछ राहत हुई है लेकिन डीजल के दाम अभी भी सरकार तय करती है इसलिए उसपर कंपनियों को ज्यादा नुकसान उठाना पड़ रहा है.
हालांकि सरकार डीजल किरोसिन तेल,एलपीजी को सस्ता रखने के लिए 8000 करोड़ रुपए की अनुदान देने जा रही है.



घी 700, भिंडी 400 रुपए किलो! यह पाकिस्तान है...

 
 
अटारी बार्डर। महंगाई को लेकर अगर भारत में हाय-तौबा मची है तो हमारा पड़ोसी मुल्क इससे ज्यादा त्रस्त है। आलम यह है कि घी और दूध जैसी वस्तुएं आम पाकिस्तानी के लिए सपने से कम नहीं हैं। समझौता एक्सप्रेस से सोमवार को भारत आए पाक नागरिकों ने माना कि आम तबके के परिवार को सप्ताह में तीन दिन सूखी रोटी चबानी पड़ती है।

लाहौर से दिल्ली अपने रिश्तेदारों से मिलने आईं खुर्शीदा बेगम ने बताया कि प्याज उनके यहां 25 रुपए किलो है, वहीं टमाटर 110 रुपए। उनका कहना है कि अगर भारत टमाटर न दे तो यह 40 रुपए किलो से कम न बिके। उन्होंने बताया कि उनके यहां देसी घी 700 रुपए किलो तथा दूध 50 रुपए लीटर है। ल

हसुन की कीमत भारत की ही तरह से मगर बकरा खाना आम पाकिस्तानी के बस की बात नहीं है। इस वक्त इसकी कीमत 600 रुपए किलो है, जबकि तली मछली 880 रुपए किलो। कराची के मोबिन ने बताया कि मुर्गा भले ही 200 रुपए किलो है, मगर भिंडी 400 रुपए किलो तक बिकती है।

'शक्की चैपल ने बिगाड़ा था 07 विश्वकप का खेल'


नई दिल्ली. स्टार फिरकी गेंदबाज हरभजन सिंह 2007 विश्वकप में भारत के खराब प्रदर्शन को भूलकर इस बार नए सिरे से शुरुआत करना चाहते हैं। लेकिन वो पिछली बार मिली हार के कारण को भूले नहीं हैं। हरभजन सिंह ने कहा है कि पिछले विश्वकप में भारत की लुटिया डुबोने के पीछे ऑस्ट्रेलियाई कोच ग्रेग चैपल का सबसे बड़ा हाथ था।

भज्जी ने कहा, चैपल ने टीम का माहौल बिगाड़ रखा था। लगभग हर खिलाड़ी ने अपना आत्मविश्वास खो दिया था। यदि दो खिलाड़ी आपस में बात करते थे तो चैपल को उस पर भी शक होता था। लेकिन ये सब बीते जमाने की बातें हैं और हम इस सबको भूल चुके हैं।

19 फरवरी से शुरु हो रहे वर्ल्डकप के बारे में हरभजन ने कहा, हमारी टीम में खिताब जीतने का माद्दा है। 2003 में हमने ये साबित किया था कि हम किस काबिल हैं। और इस बार हम विश्वकप जीतने की कसर पूरी कर देंगे, जो 2003 में नहीं हो सका था।

"दक्षिण अफ्रीका की बाउंसी पिचों पर अच्छा प्रदर्शन करने से टीम का मनोबल बढ़ा है। लेकिन भारतीय उप-महाद्वीप पर खेलना बिल्कुल अलग होगा। और हम उसके लिए पूरी तरह तैयार हैं। 2003 विश्वकप से पहले हमारा न्यूजीलैंड दौरा बहुत खराब रहा था। इसलिए इस बात का फर्क बिल्कुल नहीं पड़ेगा कि हम सीरीज हारकर टूर्नामेंट में उतर रहे हैं," हरभजन ने कहा।

"2003 के न्यूजीलैंड दौरे में हम टेस्ट और वनडे दोनों श्रृंखलाओं में पराजित हुए थे, लेकिन विश्वकप में मामला ही उलट गया था। इसलिए दो टीमों के बीच हुई सीरीज से आप किसी टीम की योग्यता नहीं आंक सकते," हरभजन ने कहा।

भज्जी ने कहा, "विराट, यूसुफ और रैना से बहुत उम्मीदें हैं और मुझे विश्वास है कि यही तीन खिलाड़ी हमारी टीम का एक्स फैक्टर साबित होंगे।"

संन्यास से पहले सचिन पूरा करना चाहेंगे ये हसरतें


नई दिल्ली. भारतीय उपमहाद्वीप में 19 फरवरी से शुरू होने वाले विश्वकप का समय जैसे-जैसे नजदीक आ रहा है सभी निगाहें मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंडुलकर की तरफ केन्द्रित होने लगी हैं।

विश्व क्रिकेट में लगभग सभी बड़े रिकॉर्ड अपने नाम रखने वाले सचिन ने इस खेल में वो मुकाम हासिल कर लिया है जिसका सपना सभी खिलाड़ी देखते हैं। लेकिन क्रिकेट के इस बेताज बादशाह के करियर में अब भी कुछ हसरतें हैं जो निश्चय ही वह पूरी करना चाहते हैं। सचिन की सबसे बड़ी हसरत देश के लिए विश्वकप जीतना है। हाल में उन्हें देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान 'भारत रत्न' देने की मांग भी जोरों से उठी थी लेकिन फिलहाल यह सम्मान उन्हें नहीं मिल पाया। उनकी तीसरी बड़ी हसरत टेस्ट क्रिकेट में तिहरा शतक बनाना है। खेल के इस लंबे स्वरूप में लगभग सभी रिकॉर्ड अपने नाम करने के बावजूद सचिन अभी तक तिहरा शतक नहीं ठोक पाए हैं।

बने वर्ल्ड चैंपियन

सचिन विश्वकप के बाद 24 अप्रैल को 38 वर्ष के हो जाएंगे। जिसे देखकर यह माना जा सकता है कि संभवतः यह उनका आखिरी विश्वकप होगा। सचिन इस विश्वकप में जब उतरेंगे तो वह पाकिस्तान के जावेद मियांदाद के सर्वाधिक छह विश्वकप खेलने के रिकॉर्ड की बराबरी कर लेंगे। लेकिन उनका इस टूर्नामेंट के दौरान सबसे बडा लक्ष्य यही होगा कि वह भारतीय उपमहाद्वीप में हो रहे इस टूर्नामेंट में देश के लिए विश्वकप जीतकर अपना सपना पूरा करें। मास्टर ब्लास्टर विश्वकप में सर्वाधिक रन बनाने वाले बल्लेबाज हैं।

वह अब तक विश्वकप के 36 मैचों में 57.93 के औसत और 88.21 के स्ट्राइक रेट से 1796 रन बना चुके हैं। सचिन तीन अन्य खिलाड़ियों के साथ विश्वकप में सर्वाधिक चार शतक बनाने का रिकॉर्ड अपने नाम रखते हैं। तीन अन्य खिलाड़ियों में पोंटिंग और मार्क वा तथा भारत के सौरभ गांगुली शामिल हैं। विश्वकप में सचिन ने 13 अर्धशतक बनाए हैं जो एक विश्व रिकॉर्ड है।


करना चाहते हैं वीरू की बराबरी

सचिन टेस्ट क्रिकेट में अब तक तिहरा शतक नहीं लगा पाए हैं। उनका सर्वाधिक टेस्ट स्कोर नाबाद 248 रन है जो उन्होंने बाग्लादेश के खिलाफ बनाया था। टेस्ट ही क्या सचिन प्रथम श्रेणी क्रिकेट में भी तिहरा शतक नहीं लगा पाए। भारत के नाम टेस्ट में दो तिहरे शतक हैं और वे दोनों की वीरेन्द्र सहवाग के खाते में हैं।

क्रिकेट के इस बेताज बादशाह के लिए फिलहाल अपनी एक हसरत पूरा करने का मौका जल्द ही आ रहा है जब वह 19 फरवरी से शुरू होने वाले विश्वकप में भारत की दमदार चुनौती की अगुवाई करेंगे।

सुरक्षित फोन बैंकिंग के लिए आरबीआई का नया पहरा

नई दिल्ली।। मोबाइल फोन के जरिए क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल करने वाले लोगों को एक फरवरी से अतिरिक्त सुरक्षा की जरूरत होगी। दरअसल, आरबीआई ने मोबाइल फोन से लेनदेन करने वाले ग्राहकों के लिए बैंक से एक पासवर्ड लेना अनिवार्य कर दिया है, जिसका इस्तेमाल सिर्फ एकबार किया जा सकता है। वन टाइम पासवर्ड (ओटीपी) नहीं होने पर ग्राहक टेलिफोन से कोई लेनदेन नहीं कर पाएंगे।

रिजर्व बैंक के पहले निर्देश के मुताबिक यह नियम 1 जनवरी से लागू होने वाला था। हालांकि, बैंकों द्वारा इस बदलाव के लिए अतिरिक्त समय मांगने की वजह से आरबीआई ने इसे एक महीने के लिए टाल दिया था। बैंकों के प्रतिनिधियों सहित अपने सीनियर अधिकारियों के साथ सलाह-मशविरा करने के बाद आरबीआई ने ये सुरक्षा उपाय अपनाने के लिए बैंकों को 1 फरवरी तक का वक्त दिया था।

ये नियम लागू होने के बाद फोन पर क्रेडिट कार्ड से लेनदेन सहित भुगतान और ऑटोमेटेड आईवीआर (इंटरैक्टिव वॉयस रेसपॉन्स) सेवाओं के लिए भी ओटीपी की जरूरत होगी। ओटीपी का इस्तेमाल सिर्फ एकबार किया जा सकेगा और यह सिर्फ दो घंटे तक ही प्रभावी रहेगा। ऐसे में हर आईवीआर लेनदेन के लिए ग्राहकों को एक अलग ओटीपी की जरूरत होगी।

सुरक्षा के नए उपायों के बाद ग्राहकों को फोन पर क्रेडिट कार्ड से लेनदेन करने के लिए कम से कम पांच तरह के नंबरों की जरूरत पड़ेगी, जिनमें 16 अंकों वाला क्रेडिट कार्ड नंबर, कार्ड एक्सपायरी तारीख, सीवीवी (कार्ड वैरिफिकेशन वैल्यू, जो कार्ड के पीछे छपा होता है) नंबर, मोबाइल नंबर और ओटीपी की शामिल है।

आरबीआई ने यह एहतियाती कदम क्रेडिट कार्ड फर्जीवाड़ा रोकने के लिए उठाया है। दरअसल, क्रेडिट कार्ड से होने वाले फर्जीवाड़ों की संख्या में तेजी आई है, जिसमें कार्ड चोरी होने पर कोई भी उसका आसानी से इस्तेमाल कर सकता था। ऐसे लेनदेन जिनमें क्रेडिट कार्ड की जरूरत (फिजिकली) पड़ती है, उनमें आरबीआई ने पहले ही पहचान और कार्ड के पीछे किए हस्ताक्षर मिलना अनिवार्य कर रखा है। लेकिन फोन और इंटरनेट बैंकिंग को ग्रे एरिया माना जाता है, जिनमें कार्ड का बेहद आसानी से गलत इस्तेमाल किया जा सकता है। फोन बैंकिंग में अतिरिक्त सुरक्षा के जो उपाय अपनाए गए हैं, यही इंटरनेट बैंकिंग से किए जाने वाले लेनदेन में भी अपनाए जाते हैं।

पिछले साल आरबीआई ने बैंकों के लिए इंटरनेट पर क्रेडिट कार्ड से भुगतान करने पर अतिरिक्त सुरक्षा लागू किया था। बैंक पहले ही अपने ग्राहकों को उनके फोन पर ओटीपी नंबर मुहैया करा चुके हैं। नए नियम के तहत ग्राहकों को जब भी फोन बैंकिंग का इस्तेमाल करना होगा, उन्हें अपने बैंक से ओटीपी हासिल करना होगा। ये पासवर्ड सिर्फ बैंक में रजिस्टर्ड नंबर और ईमेल पर ही भेजे जाएंगे।

कैसे चलेगी गाड़ी, चार हजार रुपए भी नहीं है कमाई


नई दिल्लीखाने-पीने की वस्तुओं के दाम आसमान पर हैं और खाद्य महंगाई दर 15 प्रतिशत से ऊपर, ऐसे में भारत के औसत आदमी की आमदनी चार हजार रुपए महीने से भी कम है। जी हां, एक अनुमान के मुताबिकदेश में प्रति व्यक्ति आय 46,492 रुपए सालाना है। हालांकि, पिछले साल के मुकाबले इसमें 14.5 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है।

सकल राष्ट्रीय आय को 117 करोड़ भारतीयों में बराबर बांटने पर प्रति व्यक्ति आय का यह आंकड़ा आया है। केंद्रीय सांख्यिकी संगठन (सीएसओ) के ताजा अनुमान के अनुसार वर्तमान बाजार मूल्यों पर प्रति व्यक्ति आय के ये आंकड़े पिछले अनुमान से 2,000 रुपए अधिक हैं। इससे पहले 44,345 रुपए सालाना प्रति व्यक्ति आय का अनुमान लगाया गया था। सरकार के ताजा आंकड़ों के अनुसार वित्त वर्ष 2009-10 में देश क ी प्रति व्यक्ति आय पिछले साल की तुलना में 14.5 प्रतिशत बढ़ी है। यह पहले औसतन 40,605 रुपए आंकी गई थी। मासिक आधार आय 3,384 रुपए से बढ़कर 3,875 रुपए प्रति माह बैठती है। वैसे, कीमतों के आधार पर गणना की जाए तो सूरत थोड़ी बदल जाती है। ऐसे प्रति व्यक्ति आय में 2009-10 में केवल छह प्रतिशत की वृद्धि देखने को मिलती है। इन कीमतों के आधार पर वित्त वर्ष 2010 में प्रति व्यक्ति आय 31,801 रुपए ही रही।

मौजूदा कीमतों के आधार पर अर्थव्यवस्था का आकार बीते वित्त वर्ष में 16.1 प्रतिशत बढ़कर 61,33,230 करोड़ रुपए हो गया।

हां! मैंने ही कराया कलेक्टर का तबादला

जयपुर/झुंझुनूं। झुंझुनूं की पहली महिला कलेक्टर मुग्धा सिन्हा के तबादले के बाद विधायक और कलेक्टर में जबानी जंग छिड़ गई है। सूरजगढ़ के विधायक श्रवण कुमार का कहना है कि उन्होंने ही सिन्हा का तबादला करवाया है। उन्होंने कहा कि मैं मुख्यमंत्री और शासन सचिव से मिला था। मुख्यमंत्री हमारे लीडर हैं और हम उनके आदेश का पालन करने वाले हैं। विधायक ने कहा कि कलेक्टर का काम करने का तरीका सही नहीं था। वे बनते काम को भी बीच में लटका देती थीं। कलेक्टर जिले का ‘फेस’ होता है। उसे सांसद, विधायक, चेयरमैन और सरपंचों की बात सुननी ही पड़ती है। पर सिन्हा कहती थीं कि नेता कौन होते हैं।

एक-दो लोगों का काम करने नहीं आई थी : मुग्धा

मुझे तो काम करना है, इधर करा लो या उधर। परेशान तो वो होते हैं, जो पैसा कमा रहे हो या जिनका परिवार हो, मेरे पास तो कुछ भी नहीं। मैं ऐसी ही हूं, जिद्दी स्वभाव की। मैं अपने हिसाब से काम करती हूं। ना हम किसी के पैर पकड़ते हैं ना नोटों का बक्सा देते हैं। मैं एक दो लोगों के काम करने नहीं आई। हवा में बातें करना मेरा स्टाइल नहीं है। हो सकता है कुछ लोगों को इससे दिक्कत हुई हो। मैं सभ्यता से बात करती हूं, असभ्यता बर्दाश्त नहीं कर सकती।

जब मैं झुंझुनूं आई तो जनता की वाइस दबी हुई थी। कोई रिस्पांस टाइम नहीं था। सारे काम रुटीन की तरह होते थे। मैंने इम्पार्सेलिटी से काम किया। डेली जनता को सुना। केबिन में बुलाने की बजाए बाहर बैठे लोगों के बीच में जाकर उनकी बात सुनी इससे टाइम बचा। मेरा मानना है कि ऑफिस टाइम केवल जनता को सुनने के लिए ही होना चाहिए। मुझे जनता से बहुत अच्छी तरह स्वीकार किया।

कलेक्टर के पक्ष में उतरी जनता, बंद की घोषणा

महज साढ़े चार माह में राजनीतिक कारणों से मुग्धा का तबादला झुंझुनूं की जनता को रास नहीं आ रहा। कई संगठनों ने इसका विरोध किया। राष्ट्रीय जन अत्याचार निवारण समिति ने कलेक्टर का तबादला रद्द करने की मांग करते हुए सीएम के नाम एसडीएम को ज्ञापन सौंपे, वहीं मंगलवार को नवलगढ़ और मंडावा बंद की घोषणा भी कर दी। नागौर कलेक्टर समित शर्मा के तबादले के बाद भी वहां के लोग सड़कों पर उतर गए थे।

समिति के मंडावा अध्यक्ष राजकुमार सैनी ने बताया कि कस्बे के कई संगठनों ने बंद को समर्थन दिया है। इधर बुधवार को विभिन्न संगठन झुंझुनूं बंद की घोषणा भी कर सकते हैं। मंगलवार को झुंझुनूं के शिक्षक भवन में सुबह 11 बजे विभिन्न संगठनों की बैठक होगी, जिसमें कलेक्टर के तबादले पर चर्चा कर आंदोलन की रणनीति बनाई जाएगी। इधर जिला उप प्रमुख विद्याधरसिंह गिल ने कहा है कि बुधवार को जिले के काफी लोग उनके नेतृत्व में जयपुर में मुख्यमंत्री से मिलेंगे। इधर झुंझुनूं बार एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष विजय ओला ने कहा है कि कलेक्टर का तबादला राजनीतिक कारणों से हुआ है, जिसे तत्काल रद्द किया जाना चाहिए। उदयपुरवाटी ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष रमेश सर्राफ ने भी राजनीतिक कारणों से कलेक्टर के तबादले की निंदा करते हुए इसे रद्द करने की मांग की है।

पाषर्द महेश जीनगर ने मुख्यमंत्री को भेजे फैक्स में लिखा कि एक ईमानदार और काम करने वाले कलेक्टर का राजनीतिक कारणों से तबादला गलत है। इससे अच्छे अधिकारियों का मनोबल टूटेगा। नवलगढ़. राष्ट्रीय जन अत्याचार निवारण समिति ने जिला कलेक्टर मुग्धासिन्हा का तबादला निरस्त कराने की मांग को लेकर मंगलवार को नवलगढ़ बंद की घोषणा की है। समिति ने इसके लिए एसडीएम राजपालसिंह को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन देकर तबादला निलंबित कराने की मांग की।

जिलाध्यक्ष मनु महेंद्र के नेतृत्व में दिए गए ज्ञापन के अनुसार जिला कलेक्टर मुग्धा सिन्हा पूरी ईमानदारी के साथ कार्य कर रही थीं। कलेक्टर ने भ्रष्टाचार मिटाने की पूरी कोशिश की, लेकिन सरकार ने तबादला कर दिया। समिति ने सरकार के निर्णय की निंदा की है। जिलाध्यक्ष ने नवलगढ़ बंद के लिए व्यापारियों व शिक्षण संस्थाओं से सहयोग मांगा है। ज्ञापन देने वालों में सुरेंद्र शर्मा, अनिल पारीक, भूवेंद्रसिंह आदि शामिल थे।सूरजगढ़. चेयरमैन सुरेश शर्मा ने मुख्यमंत्री को पत्र भेजकर कलेक्टर मुग्धा सिन्हा का तबादला निरस्त करने की मांग की है। शर्मा ने पत्र में उल्लेख किया है कि कलेक्टर सिन्हा के झुंझुनू में आने के बाद महिलाओं पर अन्याय व अत्याचार पर अंकुश लगा। साथ ही अपराधियों, भूमाफियों व चाटुकारों में भय पैदा हुआ। कलेक्टर ने आम जन की समस्या सुनकर मौके पर ही उनका समाधान कर लोगों को राहत पहुंचाई।

2 जी घोटालाः जांच रिपोर्ट ने राजा को भी माना दोषी

मंगलवार से चलेंगी वैध ब्लूलाइन बसें

नई दिल्ली.दिल्ली हाईकोर्ट ने वैध लाइसेंस धारक ब्लूलाइन बसों को मंगलवार से दिल्ली की सड़कों पर चलने की इजाजत दे दी है। हालांकि, इस मसले पर हाईकोर्ट का अंतिम फैसला आना अभी बाकी है।

दिल्ली सरकार ने एक नोटिफिकेशन जारी करते हुए इन बसों को सड़कों से पूरी तरह हटाने के लिए 31 जनवरी की समय सीमा तय की थी। बस ऑपरेटरों ने सरकार के इस अध्यादेश पर स्टे लेने के लिए हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया था।

जस्टिस एके सीकरी और जस्टिस सुरेश कैत की डिवीजन बेंच ने यह आदेश दिए। डिवीजन बेंच ने अपने आदेश में कहा कि जिन ब्लू लाइन बसों के पास वैध लाइसेंस हैं, उन्हें सड़कों से हटने के लिए नहीं कहा जा सकता।

लिहाजा वे 31 जनवरी के बाद भी दिल्ली की सड़कों पर चल सकती हैं। उधर, दिल्ली सरकार की तरफ से वकील नजमी वजीरी ने अदालत से कहा कि आम लोगों की सुरक्षा सर्वोपरि है। सरकार के पास आवश्यकता के हिसाब से प्र्याप्त संख्या में डीटीसी बसें उपलब्ध हैं।

वजीरी ने कहा, ब्लूलाइन बसों को सड़कों से हटाए जाने से दिल्ली में सड़क हादसों में काफी हद तक कमी आई है। बसों की कमी को पूरा करने के लिए दिल्ली सरकार द्वारा पिछले साल करीब दो हजार लो फ्लोर बसों को सड़कों पर चलाने से आम जनता को काफी राहत मिली।

दो बस ऑपरेटरों की तरफ से दिल्ली सरकार के इस नोटिफिकेशन पर रोक लगाने के लिए अदालत में दाखिल की गई याचिका में कहा गया था कि यह अधिसूचना ब्लूलाइन बसों की लाइसेंस की वैधता अवधि के बावजूद प्रभावी होनी है।

उनकी दलील थी कि क्लस्टर सिस्टम को लागू किए जाने तक उनकी बसों को सड़कों पर चलने दिया जाए। इससे पहले हाईकोर्ट ने दिल्ली सरकार की उस याचिका पर अपना फैसला सुरक्षित रख लिया था, जिसमें उसने सड़कों पर इन ब्लूलाइन बसों के जत्थे की वापसी की अनुमति नहंी देने की मांग की थी।

हालांकि, पीठ ने ऑपरेटरों को स्पष्ट कर दिया कि वाहन चलाने की अनुमति का आदेश याचिका पर उसके फैसले पर ही निर्भर करेगा। दिल्ली सरकार के आंकड़ों के अनुसार, वर्ष 2005 में ब्लूलाइन बसों द्वारा अंजाम दिए गए सड़क हादसों में 182 लोगों की जान गई थी।

वहीं, 2006 में 163 तथा 2008 में 108 और 2009 में 115 लोगों की मौत हुई थी। फिलहाल, दिल्ली में 2525 ब्लूलाइन बसें चल रही हैं। पिछले महीने 823 ब्लूलाइन बसें सड़कों से हटाई गई हैं।


जोकि ज्यादातर साउथ दिल्ली के रूटों पर चल रही थीं। दिल्ली सरकार ने अपने हलफनामें में हाईकोर्ट को बताया था कि करीब 850 ब्लूलाइन बसों के पास वैध परमिट हैं। इनमें से 481बसों का परमिट 31 जुलाई 2011 तक ही वैध है।

यूनियन ने किया आंदोलन स्थगित

कोर्ट के फैसले के बाद परिवहन यूनियन ने आंदोलन स्थगित कर दिया है। अब यूनियन नेता सरकार का रुख देखकर ही अगले कदम का एलान करेंगे। मंगलवार को अदालत का फैसला आने से पहले फेडरेशन ऑफ दिल्ली बस ऑपरेटर यूनियन ने बुधवार से राजघाट पर अनिश्चित कालीन भूख हड़ताल का एलान कर दिया था।

परिवहन मंत्री से मायूस होने के बाद नेता निजी बसों को किसी भी रूप में सड़कों पर बने रहने की इजाजत चाहते थे। फेडरेशन के महा सचिव श्यामलाल गोला ने बताया सरकार चाहे तो बसों को किलोमीटर स्कीम में डीटीसी के अधीन कर ले या क्लस्टर बसों में समायोजित करे अथवा चाहे मेट्रो में फीडर बस के रूप में चला ले।

बसों चलने से हजारों लोगों को दो वक्त की रोटी मिलती है। शाम को कोर्ट का फैसला आने के बाद यूनियन ने भूख हड़ताल को स्थगित करने की घोषणा कर दी। साथ ही बताया कि सरकार का रुख जानने के बाद ही यूनियन अब आगे की रणनीति को तय करेगी।

रेडियो कॉलर लगाना सही: अमेरिका

सुबह सेक्स करें और रहें हेल्दी !

सेक्स से संबधित एक अध्ययन के मुताबिक सुबह सेक्स करना सेहत के लिए लाभदायक होता है.
अमेरिका के एक रिसर्च साइंटिस्ट और सेक्स सलाहकार डॉ. डेबी हरबेनिक ने सुबह-सुबह सेक्स को सेहत के लिए सबसे फायदेमंद बताया है.

यदि जोड़े सुबह सेक्स करें तो उनकी सेहत पहले से ज्यादा बेहतर हो सकती है.

डॉ. डेबी के मुताबिक, लोग यह समझते हैं कि एक कप अच्छी चाय के साथ सुबह की शुरुआत बढ़िया रहती है पर, अगर कोई सुबह सेक्स से दिन की शुरुआत करे तो उसकी सेहत कहीं अधिक अच्छी रहेगी.

इसकी वजह उन्होंने यह बताई कि सुबह के वक्त ऐसा करने से जो केमिकल शरीर से निकलते हैं, वे आपको कहीं अधिक संतुष्टि देते हैं और ये आपको प्रसन्न रखने के साथ-साथ सेहतमंद भी रखते हैं.

वहीं एक अमेरिकी सेक्स सलाहकार जेन ग्रीनर ने कहा कि सुबह सभी को और कामों की जल्दी भी होती है.

ऐसे में सेक्स क्रिया भी थोड़ी जल्दी में होती है, जिससे शारीरिक ऐक्टिविटी कहीं अधिक तेज होकर एक तरह से किसी व्यायाम की तरह मदद करती हैं.

वर्ष 2009 में की गई एक और स्टडी के हवाले से उन्होंने कहा कि ऐसा करने से पुरुष और महिलाओं दोनों की ही प्रजनन क्षमता बढ़ भी जाती है.

डॉ. डेबी ने अपनी रिसर्च के पक्ष में बेलफास्ट यूनिवर्सिटी के शोध का भी हवाला दिया है.

उस शोध में यह पाया गया है कि हफ्ते में तीन दिन सेक्स से किसी भी तरह के स्ट्रोक पड़ने का खतरा आधा रह जाता है.

सागर में डूब गया INS विंध्यागिरी

 
 
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मुंबई एयरपोर्ट पर नौसेना का युद्धपोत आइएनएस विंध्यागिरी अब डूब गया। इसमें सवार सभी लोगों को बाहर निकाल लिया गया था। कल से इसमें आग लगी थी। जहाज पर लदे विस्फोटकों में आग लगी। आग लगने की वजह मर्चेंट वैसेल से टक्कर बताया जा रहा है।

मौके पर करीब दमकल की 10 गाड़ियां और 5 टैंकर पहुंच चुके थे। प्रशासन आग बुझाने की लगातार कोशिश में जुटा हुआ था।

दरअसल जहाज में अधिकारी फैमली डे मनाने गए थे। और यह नौसेना का युद्धपोत रविवार शाम को एक व्यापारी जहाज से टकरा गया। मुंबई बंदरगाह के पास हुई इस दुर्घटना में हुए नुकसान का पता नहीं चल पाया है। हालांकि तेल रिसने की भी सूचना नहीं है। हादसा शाम करीब 4:45 बजे हुआ। युद्धपोत आईएनएस विंध्यगिरि मुंबई बंदरगाह पर प्रवेश कर ही रहा था तभी जहाज एमवी नॉर्दलेक से टक्कर हो गई। उसमें कंटेनर लदे थे। कोलाबा के तट के पास रॉक लाइट हाउस के पास हुई टक्कर में नेवीगेशनल चैनल को नुकसान नहीं हुआ है। सेना के सीपीआरओ कैप्टन मनोहर नांबियार ने बताया कि नुकसान के आकलन के लिए दोनों जहाजों को डॉकयार्ड पर लाया गया है। टक्कर क्यों और कैसे हुई इसकी भी जांच होगी।

अब 12 साल के बच्‍चे भी कर सकते हैं सेक्‍स! जल्‍द बनेगा कानून

नई दिल्‍ली. सरकार ने अब 12 साल के बच्‍चों को भी आपसी सहमति से सेक्‍स करने की इजाजत देने की तैयारी कर ली है। बच्‍चों को यौन अपराधों से सुरक्षा दिलाने संबंधी इस बिल का मसौदा केंद्र ने सभी राज्‍यों को भेज दिया है। महिला एवं बाल विकास मंत्रालय की ओर से भेजे गए इस मसौदे पर राज्‍यों से उनकी राय मांगी गई है।

इस बिल के तहत आपसी सहमति से किए जाने वाले सेक्‍स (नॉन-पेनेट्रेटिव) के लिए उम्र सीमा में ग्रेडेशन लागू किए जाने का भी प्रावधान है। इसमें कहा गया है कि 12 से 14 साल के आयु समूह के मामले में जोड़ीदार के उम्र में दो साल का अंतराल होना चाहिए जबकि 14 से 16 साल के आयु समूह के मामले में यह अंतर तीन साल का होना चाहिए।

कानून मंत्री को पता ही नहीं

महिला एवं बाल विकास मंत्रालय के एक वरिष्‍ठ अधिकारी ने इस बात की पुष्टि की कि इस बिल का मसौदा राज्‍य सरकारों को भेज दिया गया है लेकिन केंद्रीय कानून मंत्री वीरप्‍पा मोइली को इस बिल के बारे में पता ही नहीं है। उन्‍होंने कहा, ‘12 साल के बच्‍चों को सेक्‍स की इजाजत देना कहीं से उचित नहीं है।’

स्‍पेन में 13 साल के बच्‍चों को इजाजतअमेरिका में आपसी सहमति से सेक्‍स करने की आयु सीमा 16 से 18 साल है। हालांकि वहां के हर प्रांत में इस बारे में अलग-अलग आयु सीमा है। ब्रिटेन में आपसी सहमति से सेक्‍स करने की इजाजत 16 साल के किशारों को ही है। हालांकि स्‍पेन में 13 साल के बच्‍चों को आपसी सहमति से सेक्‍स की इजाजत है।

कोट्स
‘सरकार का यह कदम निरर्थक है। ऐसे कानून की कोई जरूरत नहीं है। सरकार की प्राथमिकता गरीबी, भ्रष्‍टाचार उन्‍मूलन, विदेशी बैंकों में जमा काले धन को वापस लाने, रोजगार मुहैया कराने की होनी चाहिए। अमेरिका सहित कई पश्चिमी देशों ने भी इसे नकार दिया है। ऐसे कानून बनने से उच्‍छश्रृंखलता को बढ़ावा मिलेगा।’ 
सत्‍यमित्र दुबे, वरिष्‍ठ समाजशास्‍त्री

‘ऐसे कानून बनने से देश की संस्‍कृति और परंपरा पर नकारात्‍मक असर पड़ेगा। हमारी संस्‍कृति में लड़कों के लिए 25 साल और लड़कियों के लिए 18 साल तक ब्रह्मचर्य का पालन करने की परंपरा है। हमारी संस्‍कृति संयमित और मर्यादित जीवन जीने की सीख देती है न कि कदाचार। सरकार के इस कदम से बच्‍चों के यौन शोषण की घटनाएं भी बढ़ेंगी।’
स्‍वामी अग्निवेश, प्रख्‍यात सामाजिक कार्यकर्ता   
 
आपकी बात

आपकी नजर में 12 साल के बच्‍चों को सेक्‍स की इजाजत देना कितना सही है? क्‍या इससे समाज पर खराब असर नहीं पडे़गा? अपनी राय नीचे कमेंट बॉक्‍स में लिखकर दुनियाभर के पाठकों से शेयर कर सकते हैं...

लारा बंधेंगी विवाह बंधन में

मुंबई। बॉलीवुड में आया है शादियों का मौसम। सितारों की दुनिया में शहनाइयां बजने वाली हैं। बॉलीवुड में एक नहीं तीन शादियां होने जा रही हैं। जी हां तीन। इमरान खान 10 जनवरी को विवाह बंधन में बंधने जा रहे हैं वहीं लारा दत्ता ने भी शादी करने का निर्णय कर लिया है।
लारा अपने मित्र महेश भूपति से 19 फरवरी को शादी करने जा रही हैं। महेश ने हाल ही श्वेता जयशंकर को तलाक दिया है। ये गोवा के एक पांच सितारा होटल में विवाह करेंगे। एक सूत्र ने इस खबर की पुष्टि करते हुए कहा, लारा और महेश को गोवा बहुत पसंद है। दोनों ने निर्णय किया कि वे अपने पसंदीदा हॉलीडे स्पॉट को ऎसे स्थान में बदल देना चाहते हैं जो उनके लिए जीवन भर यादगार बन जाए। शादी के बाद लारा भूपति के पाली हिल में महेश के अपार्टमेंट में शिफ्ट हो जाएंगी। बॉलीवुड में एक और शादी होने जा रही है। नीलम कोठारी और समीर सोनी ने भी चुपके से अपनी शादी की तारीख तय कर ली है। ये 17 जनवरी को इस पावन रिश्ते में बंधने जा रहे हैं। सूत्रों की मानें तो यह जोडा करजात में शादी करेगा। नीलम और समीर काफी समय से डेटिंग कर रहे हैं। बिग बॉस में अपने प्रवासके दौरान समीर नीलम को काफी मिस कर रहे थे। बिग बॉस के यहां से बाहर आते ही समीर ने नीलम को शादी का प्रस्ताव करने का निर्णय किया था। सूत्र के अनुसार थोडे समय पहले ही दोनों ने विवाह करने का इरादा त्याग दिया था। नीलम तो शादी करना चाहती थीं लेकिन समीर नहीं। अब जब समीर ने शादी करने का मन बना लिया तो नीलम की खुशी का ठिकाना नहीं है। दोनों ही एक-दूसरे को बहुत प्यार करते हैं।

सल्लू-बेबो ने तोड़ा कानून

अभिनेता सलमान खान और करीना कपूर उस समय भौचक्के रहे गए जब पश्चिमी भारत कर्मचारी महासंघ (एफडब्ल्यूआईसीई) ने उन्हें फिल्म 'बॉडीगार्ड' की शूटिंग करने से रोक दिया।
निर्देशक अतुल अग्निहोत्री पर आरोप है कि उनकी फिल्म 'बॉडीगार्ड' की शूटिंग 12 घंटे से भी अधिक समय तक चलती रहती हैं। एफडब्ल्यूआइर्सीई ने इस बात को गंभीरता से लिया क्योंकि कई कर्मचारी जो टेलीविजन और फिल्मी दुनिया से जुड़े हैं वे कई बार शिफ्ट से अधिक काम लेने की शिकायत दर्ज करा चुके है।
हद तो तक हो गई जब फिल्म की यूनिट गणतंत्र दिवस (26 जनवरी) पर भी 12 घंटे से अधिक समय तक शूटिंग करती पाई गई। एफडब्ल्यूआईसीई ने हस्तक्षेप करते हुए कहा कि वैसे भी 26 जनवरी पर राष्ट्रीय अवकाश होता है ऐसे में यूनिट के लोग शूटिंग कैसे कर रहे थे।
सूत्रों के मुताबिक यूनिट के सदस्य ने बताया कि सलमान और करीना दोनों सेट पर ही मौजूद थे और वे शूटिंग पूरी करने के बाद ही सेट से गए।

'अवार्ड मेरे लिए एक ख्वाब था'

 
 
बॉलीवुड में अपने चार दशक बिता चुके सुपरस्टार अमिताभ बच्चन आज भी अपने संघर्षो के उन दिनों को याद करते है जब अवार्ड समारोह उनके लिए कल्पना होते थे। चलिए जानते है अवार्ड समारोह की दास्तान सुपरस्टार की जुवानी।



षर्णमुखानंद हाल में फिल्मफेयर अवार्ड आयोजित किया जाता था। इसलिए मैं सामान्यत: हाल के बाहर ही खड़ा रहने ज्यादा पसंद करता था। मैं सोचता था कि हाल के अंदर क्या होता होगा, जब किसी सितारे को अवार्ड मिलता होगा उसे सभी लोग बधाईयां देते होंगे।



इस तरह की बातों का खुलासा बिग बी ने माइक्रो ब्लॉगिंग साइट पर किया है। बिग बी लिखते है कि आज 40 वर्ष पूरे होने पर मुझे विशेष पुरस्कार से नवाजा जा रहा है। जिसकी मैंने कभी कल्पना भी नहीं की थी।

समीर-नीलम की शादी में पहुंचे किंग खान और रानी

बिग बॉस-4 के चर्चित प्रतिभागी और टेलीविजन कलाकार समीर की शादी का रिसेप्शन 24 जनवरी को मुंबई में आयोजित किया गया जिसमें बॉलीवुड की कुछ मशहूर हस्तियां भी पहुंची।

रिसेप्शन से जुड़ी कुछ यादगार तस्वीरें।

 
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अश्मित के कारण टूटी वीना की सगाई!

हाल ही में बिग बॉस से सुर्खिंया बटोरनी वाली पाकिस्तानी अभिनेत्री वीना मलिक सगाई टूट जाने से वे एक बार फिर अकेली हो गई है। ज्ञात हो कि वीना न्यूयार्क निवासी उद्योगपति फैसल अकबर खान से सगाई करने वाली थी।

उल्लेखनीय है कि वीना की उद्योगपति फैसल से मुलाकात अक्टूबर में क्रिकेटर मोहम्मद आसिफ से ब्रेकअप के बाद हुई थी। आसिफ से ब्रेकअप के बाद वीना ने कहा था कि वह अपने कॅरियर पर ध्यान देना चाहती है।

लेकिन कयास लगाए जा रहे है कि बिग बॉस में अश्मित से बढ़ती नजदीकियों की वजह से उद्योगपति फैसल अकबर खान ने वीना से दूरी बना ली है।

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ट्विटर पर छाई वीना मलिक

पाकिस्तानी अभिनेत्री वीना मलिक पहली ऐसी हस्ती बन गई है जो माइक्रों ब्लॉकिंग साइट पर रातों-रात छा गई है। आज तक का रिकॉर्ड है कि कभी भी किसी पाकिस्तानी अभिनेत्री को अपने प्रशंसकों से ट्विटर पर इतना प्यार नहीं मिला।

बिग बॉस-4 में अश्मित पटेल से नजदीकियों की वजह से चर्चित रही वीना मलिक पर आरोप है कि उन्होंने ठीक से पाकिस्तान का प्रतिनिधित्व नहीं किया। शो के दौरान वीना ने सफाई देते हुए कहा था कि अश्मित सिर्फ उनका अच्छा दोस्त है और हम दोनों शो में कुछ भी अश्लील नहीं किया।


हाल ही में इंडिया से पाकिस्तान गई वीना मलिक बिग बॉस के दौरान और एक टीवी में दिए साक्षात्कार के बाद से ट्विटर की दुनिया में छाई हुई है।
 

तंग कपड़ों को लेकर मौलानाओं पर बरसीं वीना मलिक, कहा- मौत का खौफ नहीं

लाहौर.‘बिग बॉस’ और ‘स्‍पॉट फिक्सिंग’ से चर्चा में आईं वीना मलिक ने अपने भड़कीले ड्रेस की आलोचना करने वाले मौलानाओं को आड़े हाथ लिया है। हॉलीवुड स्‍टार पामेला एंडरसन की तर्ज पर तंग कपड़े और स्‍वीमिंग सूट पहनने वाली वीना ने महिलाओं को रुढिवादी पोशाक और ऑनर कि‍लिंग के ‘हौव्‍वे’ से बाहर निकलने की अपील की है।

पाकिस्‍तानी अभिनेत्री ने कहा, ‘यदि कोई महिला बुरका पहनकर सहज महसूस करती है तो उसे बुरका ही पहनना चाहिए। यदि कोई मुस्लिम महिला जीन्‍स पहनना चाहती है तो उसे जीन्‍स ही पहनना चाहिए। यह आपकी अपनी पसंद है।’

एक ऑस्‍ट्रेलियाई अखबार में प्रकाशित खबर के मुताबिक एक टॉक शो के दौरान वीना ने मौलवियों द्वारा की जाने वाली आलोचना का जमकर बचाव किया है। पाकिस्‍तान के एक मु‍फ्ती अब्‍दुल कावी ने बिग बॉस में वीना मलिक के व्‍यवहार को अनैतिक करार दिया था। मलिक ने कहा कि मौलवी उसकी इसलिए आलोचना कर रहे हैं क्‍योंकि वह एक महिला है। वीना ने कहा, ‘मैं एक मस्लिम महिला हूं और अपनी हदें जानती हूं।’

पाकिस्‍तानी अभिनेत्री ने कहा कि उनके देश में दहशत का माहौल है और पंजाब सूबे के गवर्नर सलमान तासीर की हत्‍या के बाद माहौल और भी खराब हो गया है। वीना ने कहा, ‘मैं किसी चीज से नहीं डरती हूं। चूंकि मैं एक महिला हूं इसलिए आप मुझपर आसानी से निशाना साध सकते हैं लेकिन मुझे मौत का भी खौफ नहीं है।’

महिलाओं के अधिकारों के लिए लड़ने की 'ठानते'  हुए मलिक ने कहा, ' पाकिस्तान में किसी आदमी को क्‍यों नहीं मारा जाता। क्यूं नहीं किसी आदमी के चेहरे पर तेज़ाब छिड़का जाता है। पाकिस्तान में ये सब सिर्फ महिलाओं के साथ ही क्यों होता है। हमें शिक्षा और साक्षरता दर को बढ़ाने पर ज़ोर देना चाहिए पर आज भी हम इसी बात पर ज़्यादा गौर करते हैं कि किस महिला ने परपंरागत कपड़े पहने हैं और किसने जींस पहनी हैं। इन सब चीज़ों से आगे बढ़कर हमें सोचना होगा।'

32 वर्षीय वीना मलिक इससे पहले स्पॉट फिक्सिंग और पाकिस्तानी क्रिकेटर मोहम्‍मद आसिफ की पूर्व प्रेमिका के तौर पर चर्चा में आ चुकी हैं। पर भारत में बिग बॉस 4 की प्रतिभागी बन  वह पाकिस्तानी उदारवादियों के लिए एक चैंपियन बन गई हैं।

बिग बॉस में वीना द्वारा पहने गए शार्ट्स के दृश्य औऱ एक भारतीय अभिनेता को गले लगाने वाले दृश्य को पाकिस्तानी टीवी पर बार बार दिखाया गया जिसके चलते वहां के मौलानाओं ने वीना को कड़ी फटकार लगाई। हालांकि वीना ने कहा है कि उन्‍होंने ये दृश्‍य नहीं देखे हैं। वीना मलिक ने कहा कि यदि किसी इंसान को एक महिला पर दूसरी बार नजर डालने के लिए सजा मिलती है तो आपको (मौलाना को) भी दंडित किया जाना चाहिए। मलिक के इस जवाब को पाकिस्तानी उदारवादियों तथा सिविल सोसायटी कार्यकर्ताओं ने व्यापक समर्थन दिया है।
अस्मित के चलते वीना ने तोड़ी सगाई

वीना ने अपने मंगेतर फैसल अकबर खान से अपनी सगाई भी तोड़ दी है। फैसल अकबर खान न्यूयॉर्क में रहने वाले पाकिस्तानी बिजनेसमैन हैं। वीना ने यह कदम भारत में 'बिग बॉस-4' में भाग लेने के बाद उठाया। 'बिग बॉस-4' में वीना मलिक अस्मित पटेल के काफी नजदीक आ गई हैं।वीना और फैसल की सगाई पिछले साल अक्टूबर में तब हुई थी जब वीना मलिक का उनके दोस्त और पाकिस्तानी क्रिकेटर मोहम्मद आसिफ के साथ अलगाव हुआ था।

आपकी बात

महिलाओं के पोशाक को लेकर पाकिस्‍तान के साथ साथ भारत में भी फतवे जारी किए जाते रहे हैं। आज के दौर में महिलाओं को अपनी इच्‍छा के मुताबिक पोशाक पहनना किस हद तक जायज है? अपनी राय नीचे कमेंट बॉक्‍स में लिखकर दुनियाभर के पाठकों से शेयर कर सकते हैं।
Source: Agencies   |   Last Updated 11:42(31/01/11)

वीना के अश्लील मैसेजों की पाक में भरमार

भारतीय रियलिटी शो बिग बॉस-4 का तो सफल समापन हो गया। लेकिन पाकिस्तानी अभिनेत्री वीना मलिक जो शो के अंत तक बिग बॉस में अपने पुरुष मित्रों के साथ अंतरंग संबंधों की वजह से मीडिया और कुछ लोगों की आलोचनाओं का शिकार होना पड़ा था।

वीना ने कई बार अपने बचाव में सफाई भी पेश की, लेकिन उसका कोई असर नहीं हुआ। अब तो हालत ये हो गए है कि वीना पर गंदे-गंदे मैसेज भी बनने लगे है।

सूत्रों के मुताबिक वीना पर कमेंट करते अश्लील एसएमएस मोबाइल उपभोक्ताओं के बीच खासे चर्चित है। एसएमएस में वीना की गंदी कहानी और बहुत ही अश्लील भाषा का प्रयोग किया जा रहा है।

खबर है कि वीना पर उर्दू में किताब प्रकाशित की गई है जिसकों अंग्रेजी वर्णमाला में अनुवाद कर एसएमएस के जरिए उपभोक्ता एक-दूसरे को भेज रहे है। इस उर्दू की किताब से लगता है कि पाकिस्तान में वीना की बहुत आलोचना हो रही है। क्योंकि भारत में आकर उन्होंने पाकिस्तान की बहुत अच्छी तस्वीर पेश नहीं की।

बिग बॉस में जाने से पहले दूसरी शादी कर चुकी थीं श्वेता!

ऐसी अफवाह है कि टेलीविजन एक्ट्रेस और बिग बॉस-4 की विनर श्वेता तिवारी अपने बॉयफ्रेंड अभिनव कोहली से शादी रचा चुकी हैं|ख़बर है कि उन्होंने अभिनव से बिग बॉस के घर में जाने से पहले शादी रचा ली थी|

बहुत ही निजी समारोह में श्वेता ने अभिनव से ब्याह रचाया|मगर यह बात किसी तरह राजा को पता चल गई और इसलिए इन दिनों श्वेता को तंग कर रहे हैं|कहा जा रहा है राजा को यह भी डर है कि श्वेता के दूसरी शादी कर लेने से उनकी बेटी पलक की परवरिश ठीक से नहीं हो पाएगी|

श्वेता और अभिनव ने पिछले दिनों राजा के खिलाफ घर में घुसकर मारपीट और गाली गलौज करने का आरोप लगाते हुए उनपर पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है|राजा पहले भी श्वेता को कई बार पीट चुके हैं|
Source: Bhaskar network   |   Last Updated 12:52 PM (31/01/2011)
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पाक कहीं ना कर दे चैंपियन ऑस्ट्रेलिया का काम तमाम


नई दिल्ली. विश्वकप के दसवें खिताब के लिए सब मेजबान भारत को प्रबल दावेदार मान रहे हैं, लेकिन एक टीम ऐसी है जो धोनी के धुरंधरों को कड़ी चुनौती दे सकती है। वो है उसका पड़ोसी पाकिस्तान। न्यूजीलैंड के खिलाफ वनडे सीरीज में पाक बल्लेबाजों के शानदार प्रदर्शन ने उसका दावा मजबूत कर दिया है।

पाकिस्तान टीम हाल के समय में मैच फिक्सिंग और स्पॉट फिक्सिंग के आरोपों से जूझ रही थी, लेकिन पीसीबी ने तीनों दागी खिलाड़ियों को विश्वकप के लिए घोषित टीम से बाहर कर इस समस्या को कुछ समय के लिए टाल दिया है। अब टीम का पूरा ध्यान 1992 की सफलता दोहराने पर है।

हो सकता है छुपा रुस्तम

पाकिस्तान टीम को सभी टीमें कम आंक रही हैं, लेकिन भारतीय उप-महाद्वीप पर युवा प्रतिभा से लैस ये टीम धमाल मचा सकती है। पाक के लगभग सभी बल्लेबाज फार्म में आते दिख रहे हैं। कप्तान आफरीदी ने क्राइस्टचर्च वनडे में महज 19 गेंदों पर अर्धशतक जमाकर अपने बल्ले की चमक दिखा दी। सलामी बल्लेबाज मोहम्मद हफीज ने भी कीवी टीम के खिलाफ बेहतरीन सैकड़ा जमाया था। दूसरे छोर से उमर अकमल ने भी आक्रामक बैटिंग का प्रदर्शन किया। न्यूजीलैंड की पिचों पर इतनी उमदा बल्लेबाजी को देखकर लगता है कि पाक बल्लेबाजों को भारत, श्रीलंका और बांग्लादेश की पिचें खूब रास आएंगी।

दिग्गज भी कर चुके हैं आगाह

पाकिस्तान टीम एक सरप्राइज टीम की तरह विश्वकप 2011 में उभर सकती है। इस बात की चेतावनी भारत के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली पहली ही दे चुके हैं। गांगुली ने कहा था कि पाकिस्तान टीम को कम समझना मेजबान टीम इंडिया पर भारी पड़ सकता है।

क्वार्टरफाइनल तक नहीं होगा सामना

भारत और पाकिस्तान के बीच मुकाबला क्वार्टरफाइनल दौर तक नहीं हो सकेगा। पाकिस्तान ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, श्रीलंका, जिम्बाब्वे, केन्या और कनाडा के साथ ग्रुप ए में है, जबकि भारत दक्षिण अफ्रीका, इंग्लैंड, वेस्ट इंडीज, बांग्लादेश, आयरलैंड और नीदरलैंड्स के साथ ग्रुप बी में है। इसलिए शुरुआती चरण में तो दोनों चिरप्रतिद्वंदी आमने-सामने नहीं होंगे।

मिस्र में प्रदर्शन उग्र, अलजजीरा पर प्रतिबंध

मिस्र में प्रदर्शन और उग्र हो गया और अलजजीरा पर प्रतिबंध लगा दिया गया.
मिस्र के राष्ट्रपति हुस्नी मुबारक को सत्ता से हटाने के लिए रविवार को सुरक्षाकर्मियों के साथ हुई झड़पों में कम से कम 10 प्रदर्शनकारी मारे गए. इसके साथ ही प्रदर्शन उग्र हो गया है. सड़कों पर प्रदर्शन कर रहे 10 हजार लोगों पर नियंत्रण पाने के लिए सेना को तैनात किया गया है. उग्र प्रदर्शन के चलते अब राष्ट्रपति मुबारक की सत्ता को खतरा उत्पन्न हो गया है.

मिस्र में हो रहे प्रदर्शन का सीधा प्रसारण करने वाले अरब देश के टेलीविजन चैनल अल जजीरा पर सरकार ने प्रतिबंध लगा दिया है. भारत, सऊदी अरब और तुर्की ने मिस्र से अपने नागरिकों को वापस बुलाने के लिए विशेष विमानों की व्यवस्था की है.

मिस्र के समर्थन में जोर्डन और यमन में भी लोग सड़कों पर उतर आए हैं.

मिस्र में प्रदर्शन के पांचवें दिन रविवार को शर्म-अल-शेख के पर्यटन स्थल सिनाई में प्रदर्शनकारियों को नियंत्रण में करने के लिए सेना को उतारना पड़ा जबकि काहिरा हवाई अड्डे पर अपने देश वापस जाने के लिए यात्रियों की भारी भीड़ जमा है.

रेडियो अल अरेबिया के मुताबिक काहिरा स्थित अमेरिका दूतावास ने अपने नागरिकों को जितना जल्दी हो सके मिस्र छोड़ने की सलाह दी है.

टेलीविजन चैनल अलजजीरा के मुताबिक रविवार को गृह मंत्रालय के भवन के समीप पुलिस के साथ हुई झड़पों में 10 से अधिक प्रदर्शनकारी मारे गए.

लोकतंत्र समर्थक नेता मोहम्मद अल बरदेई ने मुबारक के इस्तीफे की मांग करते हुए कहा है कि सिर्फ सरकार को भंग करना ही पर्याप्त नहीं है. इस बीच अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने प्रदर्शनकारियों से संयम बरतने की अपील दोहराई है.

मिस्र के सरकारी टेलीविजन द्वारा रविवार को की गई घोषणा के अनुसार मिस्र में अलजजीरा के पत्रकारों की मान्यता निरस्त कर दी गई है और चैनल का संचार उपग्रह से सम्पर्क काट दिया गया है.

राष्ट्रपति हुस्नी मुबारक की सरकार के विरोध में काहिरा और मिस्र के अन्य शहरों में हो रहे प्रदर्शन को इस टेलीविजन चैनल ने सीधा प्रसारण किया था.

ज्ञात हो कि शनिवार को मुबारक ने सरकार को भंग कर पूर्व नागरिक उड्डयन मंत्री अहमद शफीक को नया प्रधानमंत्री नियुक्त कर दिया था और उन्हें नए मंत्रिमंडल का गठन करने का आदेश दिया था, लेकिन मुबारक के इस कदम के बावजूद मिस्र में विरोध प्रदर्शन नहीं रुका.

प्रदर्शनकारी अभी भी पिछले 30 वर्षो से सत्ता में काबिज राष्ट्रपति को सत्ता से हटने की मांग कर रहे हैं. हालांकि, मुबारक ने अपने पद से इस्तीफा देने से इंकार किया है.

अल जजीरा ने रविवार को एक अन्य रपट में कहा कि काहिरा के दक्षिण पश्चिम में लगभग 130 किलोमीटर दूर स्थित एक प्रशासनिक प्रभाग, फय्यूम गवर्नोरेट में एक अज्ञात हमलावर ने एक स्थानीय जेल के अधीक्षक की गोली मार कर हत्या कर दी और कई सौ कैदियों को मुक्त कर दिया.

इसके पहले अल-जजीरा ने कहा था कि काहिरा और मिस्र के अन्य शहरों में पुलिस के साथ हुए संघर्षो में लगभग 100 लोग मारे गए हैं. विरोध प्रदर्शन के सिलसिले में 1,000 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया गया है और कई लोग अभी तक लापता हैं.

इस बीच अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने मिस्र की सड़कों पर प्रदर्शनरत मिस्रवासियों से हिंसा से बाज आने की दोबारा अपील की है. ओबामा ने यह अपील ह्वाइट हाउस में अपने राष्ट्रीय सुरक्षा दल के साथ बैठक के बाद की.

मिस्र में फैली अशांति को देखत हुए भारत सरकार ने वहां मौजूद अपने नागरिकों को वापस बुलाने के लिए एक विशेष विमान भेजने की व्यवस्था की है.

सरकारी सूत्रों ने नई दिल्ली में कहा कि 300 यात्रियों की क्षमता वाले एयर इंडिया के एक विमान को काहिरा भेजा जा रहा है ताकि मिस्र में निवास कर रहे या वहां घूमने गए भारतीय नागरिक अपनी इच्छानुसार स्वदेश लौट सकें.

सूत्रों ने कहा कि मिस्र में निवास कर रहे करीब 3,600 भारतीयों ने स्वदेश लौटने की इच्छा जताई है और इस उड़ान की व्यवस्था उनके आग्रह पर ही की गई है. मिस्र में निवास कर रहे 3,600 भारतीयों में से 2,200 अकेले काहिरा में रहते हैं.

मुबारक के इस्तीफे की मांग को लेकर आंदोलनरत प्रदर्शनकारियों को यमन में भी समर्थन मिल रहा है. यहां भी लोगों ने सड़कों पर उतर कर मिस्र में चल रहे मुबारक विरोधी आंदोलन का समर्थन किया और साथ ही यमन के राष्ट्रपति अली अब्दुल्ला सालेह के खिलाफ भी नारेबाजी की.

सूत्रों ने मीडिया रपटों के हवाले से रविवार को कहा कि प्रदर्शनकारियों में विपक्षी राजनीतिज्ञ और पत्रकार शामिल थे. प्रदर्शनकारियों ने शनिवार को साना स्थित मिस्र के दूतावास की ओर मार्च किया.

सीएनएन ने कहा कि प्रदर्शन में कोई 100 की संख्या में लोगों ने हिस्सा लिया.

यमन के अलावा जोर्डन में भी शनिवार को राष्ट्रपति मुबारक की सरकार के विरोध में लोग सड़कों पर आए. उन्होंने मिस्र के दूतावास के सामने विरोध प्रदर्शन किया गया.

सूत्रों के मुताबिक श्रमिक संगठनों, इस्लामिक संगठनों और राजनीतिक दलों के कार्यकर्ताओं ने शनिवार को मुबारक के खिलाफ नारेबाजी की. उन्होंने मिस्र में विरोध प्रदर्शन कर रहे लोगों का समर्थन किया.
 

'शुक्र है कोई बॉलीवुड स्टार या नेता नहीं बना वर्ल्डकप का हीरो'

दुबई. भारत की विश्वविजेता टीम के कप्तान कपिल देव ने मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंडुलकर को 19 फरवरी से भारतीय उपमहाद्वीप में शुरू हो रहे विश्वकप का ब्रांड एंबेसेडर बनाने के लिए अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद की सराहना की है।

कपिल के हवाले से गल्फ न्यूज ने कहा, मैं सचिन को विश्वकप का ब्रांड एंबेसेडर बनाने के लिए आईसीसी का आभारी हूं। सचिन ही इस पद के लिए सबसे उपयुक्त व्यक्ति थे। मुझे खुशी है कि आईसीसी ने किसी फिल्म स्टार, गायक या राजनेता को यह काम नहीं सौंपा। क्रिकेट जैसे शानदार खेल के लिए अपने किसी साथी खिलाडी को ब्रांड एंबेसेडर के तौर पर देखना सुखद एहसास है।

उन्होंने कहा, मुझे लगता है कि क्रिकेटरों को ही इस खेल को बढावा देना चाहिए और इसके प्रचार प्रसार में सक्रिय भूमिका निभानी चाहिए। आईसीसी के फैसले से मैं गदगद हूं। मुझे नहीं लगता है कि इस पद के लिए सचिन से बेहतर कोई और हो सकता है।

कपिल ने कहा, सचिन पर हर किसी को गर्व होना चाहिए। जिस तरह उन्होंने २क् वर्ष से भी अधिक समय तक क्रिकेट खेला है वह बेमिसाल है। वह सही मायनों में इस युग के सर्वश्रेष्ठ खिलाडी हैं।

घर में खेलने के दबाव से नहीं डरते 'दबंग' पठान

नई दिल्ली. विस्फोटक मध्यक्रम बल्लेबाज यूसुफ पठान अपने पहले विश्वकप के लिए कमर कस रहे हैं। इस बार ये क्रिकेट का महासंग्राम उप-महाद्वीप में हो रहा है। ऐसे में भारतीय टीम पर घरेलू दर्शकों की उम्मीदों का भारी दबाव रहेगा। लेकिन पठान को इसकी फिक्र नहीं है।

पठान ने कहा, "इतने बड़े टूर्नामेंट में आप किसी दबाव के बारे में विचार करते हुए नहीं खेल सकते। हम अपने घर में विश्वकप खेल रहे हैं और ये लाजमी है कि जनता को हमसे ज्यादा उम्मीदें होंगी, लेकिन हम इस बारे में नहीं सोच रहे हैं। हमने विश्वकप के लिए अच्छी तैयारी की है और पिछले कुछ समय से हम एक टीम के रूप में अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं। हमें उम्मीद है कि वर्ल्डकप में भी टीम इसी लय में रहेगी।"

28 साल के पठान अपने धुआंधार बल्लेबाजी और उपयोगी फिरकी गेंदबाजी के कारण सभी क्रिकेटप्रेमियों के चहेते बन गए हैं। पठान ने पहले घरू जमीं पर न्यूजीलैंड के खिलाफ शानदार शतक जमाया था। इसके बाद दक्षिण अफ्रीका के दौरे पर भी अंतिम वनडे में पठान ने अपना पराक्रम दिखाते हुए धुआंधार 105 रन की पारी खेली थी।

अपने शानदार फार्म पर यूसुफ का कहना है, "मैं बहुत खुश हूं कि मेरी बल्लेबाजी से टीम को मदद मिल रही है। मुझे टीम में एक भूमिका दी गई है और मैं अपनी योग्यता के मुताबिक उसे निभाने का प्रयास करता हूं।"

गुरू गैरी हैं बेस्ट

यूसुफ पठान टीम के मौजूदा कोच गैरी कर्स्टन के बहुत बड़े फैन बन गए हैं। पठान ने गैरी की सराहना करते हुए कहा, "मैं बहुत भाग्यशाली हूं जो मुझे कर्स्टन जैसे दिग्गज खिलाड़ी के मार्गदर्शन में खेलने का मौका मिला है। अभ्यास सत्र के दौरान वो हर खिलाड़ी पर बराबरी से ध्यान देते हैं। मेरे नियमित अभ्यास सत्र के बाद भी वो अतिरिक्त प्रेक्टिस सत्र के लिए हमेशा तैयार रहते हैं।"

"उनका क्रिकेट सिखाने का तरीका और खिलाड़ियों की कमी को दूर करने का तरीका बहुत बेहतरीन है। एक क्रिकेटर के रूप में मैंने उनसे बहुत कुछ सीखा है। वो अभी हमारे साथ काम कर रहे हैं और मैं इसके आगे कुछ नहीं सोचना चाहता," पठान ने कहा।

गेंदबाजी पर देते हैं ध्यान

पठान सिर्फ बल्ले से ही नहीं बल्कि गेंद से भी टीम की बराबर मदद करते हैं। अपनी ऑफ ब्रेक गेंदबाजी के बारे में पठान ने कहा, "मैंने हमेशा अपनी गेंदबाजी को गंभीरता से लिया है। अभ्यास सत्र में मैं हमेशा उसे सुधारने का प्रयास करता रहता हूं। मैंने गेंदबाजी पर बहुत मेहनत की है, और उसी का फल मुझे मिल रहा है।"

पठान पिछले 45 वनडे मुकाबलों में 30 विकेट चटका चुके हैं।

1 IAS + 1 IAS = 350 करोड़..गिनती अभी जारी है ।

भोपाल. फरवरी 4, 2010.........मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में राजनितिज्ञों और अफसरों की पॉश कालोनी, 74 बंगला क्षेत्र अचानक सुर्ख़ियों में आ जाता है। एक आईएएस दंपत्ति के यहां छापा डालते ही आयकर विभाग के अधिकारियों की आंखें फटी की फटी रह जाती हैं। आईएएस दंपत्ति अरविंद जोशी और टीनू जोशी के निवास पर मारे गए इस छापे में तीन करोड़ रुपए से अधिक की नकद राशि संबंधित विभाग जब्त करता है।

एक साथ इतने कैश की उम्मीद शायद आयकर विभाग को भी नहीं थी सो विभाग को बाकायदा नोट गिनने की मशीन लगानी पड़ी। दिनभर चली इस कवायद में विभाग के हाथ जोशी दंपत्ति से संबंधित करोड़ों की नामी बेनामी संपत्ति का ब्योरा मिलता है।

फरवरी 5,2010.......भ्रष्टाचार की इस गंगोत्री का पता लगते ही सरकार में एक अजीब सी खलबली मच जाती है। नतीजा ....चौबीस घंटे के अंदर ही इंकमटेक्स के जाल में फंसे प्रमुख सचिव अरविंद जोशी और टीनू जोशी को राज्य सरकार द्वारा सस्पेंड कर दिया जाता है।

धन-कुबेर निकली आईएएस जोड़ी

प्रमुख सचिव अरविंद जोशी और टीनू जोशी मामले की जांच में जुटे आयकर विभाग ने साल 2010 जाते-जाते इस दंपत्ति की 350 करोड़ की नामी बेनामी संपत्ति का खुलासा किया।आयकर विभाग की अप्रेजल रिपोर्ट बताती है कि जोशी दंपत्ति उन्होंने ने यह संपत्ति 1989 से 2010 के दौरान बनाई।

1979 बैच के आईएएस अधिकारी अरविन्द और टीनू जोशी ने 30 वर्षों के प्रशासनिक सफ़र में कई विभागों की कमान संभाली। इन पदों पर रहते हुए इस दंपत्ति ने कई बड़े ठेकों को पास कराया। माना जाता है कि ठेकों को पास कराने की आड़ में इस दंपत्ति ने कमीशन के तौर पर खासी रकम जमा कर ली थी।

इसी रकम को इस दंपत्ति ने चरणबद्ध तरीके से रियल स्टेट और अन्य दीगर कामों में लगाया। मैनेजमेंट की शिक्षा प्राप्त इस दंपत्ति को काले को सफेद करने में खासी महारत हासिल थी।

यही कारण था कि विभिन्न जगहों पर निवेश किए काले धन में इन्होनें फर्जी नाम और पतों का जमकर इस्तेमाल किया। आपको बता दें कि टीनू जोशी नें जहाँ बिज़नस मैनेजमेंट में डिप्लोमा किया है।वहीं अरविंद जोशी ने भी ऑस्ट्रेलिया की ही यूनिवर्सिटी ऑफ़ वॉलोन्गॉन्ग से एमबीए किया है।

आईये नज़र डालें फर्जी बाडे़ की पूरी दास्तान पर.....

रक्षा मंत्रालय में रहते खरीदी 121 एकड़ जमीन:

सूत्र बताते हैं कि 1999 से 2004 के बीच रक्षा मंत्रालय में ज्वाइंट सेक्रेटरी रहते हुए जोशी ने भोपाल और आसपास 121 एकड़ कृषि भूमि खरीदी। 2004-05 में उन्होंने 58 एकड़ जमीन खरीदी। यह जमीन बिलकिसगंज, मूलखेड़ी, सागोनीकला,मेंडोरी, दीवानगंज,बैरसिया,गोडावर, चिकलोद,खरमई व आसपास के गांवों में क्रय की गई।

आसाम से शुरू हुआ निवेश का खेल

जोशी ने जमीनों में निवेश की शुरूआत आसाम के कामरू जिला के मौजा रामचारी से की। 2001 से 2004 के बीच भोपाल में सात प्लॉट खरीदे गए। उन्होंने 2005 से 2008 के बीच रियल एस्टेट में करीब पांच करोड़ का निवेश किया। जल संसाधन विभाग के प्रमुख सचिव रहते हुए जोशी ने तवा, बरगी, बाणसागर और हंसदेव बांधों का ठेका दिया और सवा करोड़ का लेन-देन किया।

तीन करोड़ 55 लाख का प्रीमियम

जोशी दंपती आईसीआईसीआई प्रुडेंशियल में 3 करोड़ 55 लाख का सालाना प्रीमियम जमा करती है। इसमें 50 लाख अरविंद जोशी,70 लाक ईशान जोशी,75 लाख आसमी जोशी,51 लाख एचएम जोशी और 1 करोड़ 10 लाख निर्मला जोशी के नाम से जमा होता है। ईशान और आसमी पढ़ाई कर रहे हैं और निर्मला ग्रहणी हैं। हर बीमा पॉलिसी में खुद को छुपाने के लिए जोशी ने फर्जी पते और गलत नाम दिए।

जिन पतों पर यह पॉलिसी पाई गईं वे थे ई-15/3 ,एफ-68 मिनाल रेसीडेंसी (सीमा जायसवाल का पता) एफ-95 इंद्रप्रस्थ राज होम्स (सीमा जायसवाल के भाई मिराज अली का पता)। सभी पॉलिसी में नॉमिनी या तो जोशी खुद है या उनके परिवार के सदस्य।

शेयरों में भी किया निवेश

जोशी ने अपने नाम से 274 करोड़ की फ्यूचर ऑप्शन शेयर ट्रेडिंग की है। अरविंद और टीनू जोशी के नाम से 3 करोड़ रुपए के शेयर मिले हैं। अरविंद जोशी के क्रेजी इंफोटेक में 50 हजार शेयर,होन्किल इंडिया लिमिटेड में 10 हजार सहित सेंचुरी,भारतीएयरटेल,आइडिया,एनडीटीवी,आईसीआईसीआई,यूटीआई बैंक,आईडीबीआई बैंक,देना बैंक,पीएनबी,केएस आइल,एचडीएफसी और टाटा स्टील कंपनी में शेयर हैं। टीनू जोशी के पास हिंडाल्को के 1500,जेपी के 1600,इंडियन होटल के 1000 और यूको बैंक के 2000 शेयर हैं।

गुवाहाटी में 18 फ्लैट

अरविंद जोशी के पास गुवाहाटी के कामरूप हाउसिंग प्रोजेक्ट में 18 फ्लैट हैं। 1999 से 2004 के बीच रक्षा विभाग में संयुक्त सचिव रहते हुए जोशी श्रीदेव शर्मा ग्रुप के संपर्क में आए। दोनों ने गुवाहाटी में 15 बीघा जमीन खरीदी। कामरुप हाउसिंग प्रोजेक्ट प्रा लिमिटेड, नई दिल्ली के नाम से कंपनी बनाई गई।

जोशी के भोपाल में छह फ्लैट और सात प्लॉट हैं। इतना ही नहीं बेटे ईशान जोशी के नाम से इथोस एक्सपोर्ट प्राइवेट लिमिटेड कंपनी बनाई और 100 एकड़ कृषि भूमि खरीदी। जोशी ने भोपाल, रायसेन, सीहोर, बालाघाट, कान्हा और बांधवगढ़ में करीब 400 एकड़ जमीन खरीदी।

80 बैंक खातों में करोड़ों का लेन-देन

आयकर विभाग की अप्रेजल रिपोर्ट में अरविंद जोशी के निवास से 80 बैंक खातों की जानकारी मिली थी। इन खातों से करोड़ों रुपए का लेन-देन किया गया है। आईसीआईसीआई बैंक में उनके केवल एक खाते नंबर 00551029336 के लेन-देन ने ही उनके भ्रष्टाचार के तमगे में चार चांद लगा दिए हैं।

खाते में ओपनिंग बैलेंस था 38500 रुपए। इसके बाद खाते में शायद ही कभी एक लाख से कम का लेन-देन हुआ। 2006 में इस खाते के खुलने के बाद नोटों की ऐसी झड़ी लगी कि मानों इसमें खुद-ब-खुद पैसा जमा हो रहा हो। मात्र चार साल में इस बचत खाते में आए दिन हो रहे लाखों के ट्रांजेक्शन से बैंक भी इतना खुश था कि खाते को विशेष ए श्रेणी दी गई।

अब हो सकती है सात साल जेल

आयकर विभाग निलंबित आईएएस दंपति अरविंद और टीनू जोशी के खिलाफ प्रीवेंशन ऑफ मनी लांडरिंग एक्ट के तहत कार्रवाई की अनुशंसा करने जा रहा है। इस कानून में अधिकतम सात साल की सजा का प्रावधान है। जोशी के घर से विदेशी मुद्रा और विदेशी शराब मिलने के मामले में रिजर्व बैंक ने उन्हें हाल ही में कारण बताओ नोटिस जारी किया है।

शर्म से झुक गया पिता का सर
अरविन्द जोशी की भ्रष्टाचार में संलिप्तता का सबसे बुरा असर उनके पिता की साख पर पड़ा। गौरतलब है कि अरविन्द जोशी के पिता एचएम जोशी मध्य प्रदेश सरकार में पुलिस महानिदेशक रह चुके है। अरविन्द जोशी से उलट उनके पिता की ईमानदार छवि के किस्से आज भी प्रदेश भर में मशहूर हैं।लेकिन अरविन्द और टीनू जोशी प्रकरण ने न सिर्फ एचएम जोशी बल्कि पूरी 'प्रशासनिक सेवा' की साख पर भी प्रश्नचिन्ह लगाया दिया है।

बॉलीवुड में टूटा सबसे ज्यादा 'किस' करने का रिकॉर्ड

अरुणोदय सिंह और अदिति राव ने अभिनेत्री मल्लिका शेरावत के ख्वाहिश फिल्म में सबसे ज्यादा (17) किस करने के रिकॉर्ड को तोड़ दिया है।

सूत्रों के मुताबिक सुधीर मिश्रा की आगामी फिल्म 'ये साली जिंदगी' में इन दोनों के बीच 22 गर्मागरम किस सीन शूट किए गए हैं। अरुणोदय सिंह जो मिर्च फिल्म में राइमा सेन के साथ चुंबन दृश्य करने के लिए काफी चर्चित हुए थे। वहीं अदिति सिंह को आप राकेश ओमप्रकाश मेहरा की फिल्म 'दिल्ली-6' में सोनम कपूर की बुआ के किरदार में देख चुके हैं।

सुधीर मिश्रा ने बताया कि फिल्म 'ये साली जिंदगी' की कहानी दिल्ली में रहने वाले कपल पर आधारित है जिसमें जब भी अदिति-अरुणोदय में झगड़ा होता वे किस करते हैं और वे फिल्म में कई पर झगड़ते हैं।

मिश्रा का कहना है कि फिल्म में 20 या 22 किस सीन है लेकिन वे सभी स्क्रिप्ट की डिमांड

नशे में धुत होकर माही ने की फिल्म की शूटिंग!

हमारे बॉलीवुड सितारे फिल्म में अपने किरदार को सफल बनाने के लिए किसी भी हद तक जाने को तैयार रहते हैं|कुछ ऐसा ही करने के चक्कर में पिछले दिनों माही गिल के साथ एक दिलचस्प वाक्या हुआ|



तिग्मांशु धूलिया की आनेवाली फिल्म 'साहिब,बीवी और गेंगस्टर' में माही को एक सीन में शराब के नशे में धुत हुआ दिखाया जाना था|माही इस सीन को लेकर बहुत नर्वस थीं वह इस सीन को ठीक से नहीं कर पा रही थीं| इसलिए उन्होंने फैसला किया वह वोदका पीने के बाद ही इस सीन को शूट करेंगी ताकि वह इस सीन के साथ न्याय कर पाएं|



उन्होंने वोदका के एक नहीं छह पैक लगाए और सीन को करने के लिए पहुंच गईं| उन्होंने वह शॉट भी बखूबी दिए मगर बाद में उन्हें इससे थोड़ी परेशानी भी हुई और वह अपने होटल के रूम में कुछ देर आराम करने के लिए चली गईं और फिर आगे की शूटिंग में हिस्सा लिया

बदहाल हंगल की मदद को आगे आए बिग बी

बॉलीवुड के बीते दौर के जानेमाने अभिनेता ए. के. हंगल के साथ फिल्म 'शोले' और 'शराबी' में काम कर चुके बॉलीवुड के शहंशाह अमिताभ बच्चन ने उनकी मदद के लिए हाथ बढ़ाया है। इससे पहले आमिर खान भी हंगल की मदद करने की घोषणा कर चुके हैं ।

अमिताभ ने अपने ब्लॉग 'बिगबी डॉट बिगअड्डा डॉट काम' पर लिखा है, "यह काफी पीड़ादायक है कि बॉलीवुड के बहुत निष्ठावान एवं समर्पित कलाकारों में से एक श्री ए. के. हंगल की हालत काफी खराब चल रही है। वह इस समय बहुत ही बदहाली और आर्थिक तंगी से जूझ रहे हैं । मुझे वेबसाइट्स के जरिये इसकी जानकारी मिली।"

उन्होंने लिखा है, "मैने अपने कार्यालय से उन्हें तुरंत सहायता उपलब्ध कराने को कहा है। व्यक्ति, बंधुत्व और मानवता के नाते तो हम ऐसा कर ही सकते हैं।"

उल्लेखनीय है कि 68 वर्षीय अमिताभ हंगल के साथ 'अभिमान', 'शोले' और 'शराबी' में काम कर चुके हैं। अमिताभ ने अपने ब्लॉग पर यह स्वीकार किया है कि उन्हें 95 वर्षीय हंगल की हालत के बारे में सुनकर काफी दुख हुआ।

जिस्मफरोशी : मजबूरी से हाईप्रोफाइल धंधे तक

बदनाम गली का नाम आते ही ढेर सारे ख्याल और सवाल आने लगते हैं। आखिर क्यों करती हैं ऐसे गंदे काम? यह सवाल तो आपके ख्याल में भी सबसे पहले आया होगा। वह दौर और था जब वक्त के थपेड़ों से घायल होकर अक्सर मजबूर लड़कियां कोठे की शिकार होती थीं, अब तो महज भौतिक संसाधनों की खातिर इस धंधे में लोग उतर चुके हैं। किसी को महंगी कार की चाहत है तो कोई इसे सफलता की शॉर्टकट तरीका मानता है।

जिस्मफरोशी दुनिया के पुराने धंधों में से एक है। बेबीलोन के मंदिरों से लेकर भारत के मंदिरों में देवदासी प्रथा वेश्यावृत्ति का आदिम रूप है। गुलाम व्यवस्था में उनके मालिक वेश्याएं पालते थे। अनेक गुलाम मालिकों ने वेश्यालय भी खोले। तब वेश्याएं संपदा और शक्ति की प्रतीक मानी जाती थीं। मुगलों के हरम में सैकड़ों औरतें रहती थीं। मुगलकाल के बाद, जब अंग्रेजों ने भारत पर अधिकार किया तो इस धंधे का स्वरूप बदलने लगा। इस समय राजाओं ने अंग्रेजों को खुश करने के लिए तवायफों को तोहफे के रूप में पेश किया जाता था। आधुनिक पूंजीवादी समाज में वेश्यावृत्ति के फलने-फूलने की मुख्य वजह सामाजिक तौर पर स्त्री का वस्तुकरण है। यह तो पूराने दौर की कहानी है, जहां आपको मजबूरी दिखती होगी।

पुराने वक्त के कोठों से निकल कर देह व्यापार का धंधा अब वेबसाइटों तक पहुंच गया है। इंफॉरमेशन टेक्नोलॉजी के मामले में पिछड़ी पुलिस के लिए इस नेटवर्क को भेदना खासा मेहनत वाला सबब बन गया है। सिर्फ सर्च इंजन पर अपनी जरूरत लिखकर सर्च करने से ऐसी दर्जनों साइट्स के लिंक मिल जाएंगे। कुछ वेबसाइटों पर लड़कियों की तस्वीरें भी दिखाई गई हैं। यहां कालेज छात्राएं, मॉडल्स और टीवी व फिल्मों की नायिकाएं तक उपलब्ध कराने के दावे किए गए हैं।

इस कारोबार में विदेशी लड़कियों के साथ मॉडल्स, कॉलेज गर्ल्स और बहुत जल्दी ऊंची छलांग लगाने की मध्यमवर्गीय महत्वाकांक्षी लड़कियों की संख्या भी बढ़ रही है। अब दलालों की पहचान मुश्किल हो गई है। इनकी वेशभूषा, पहनावा व भाषा हाई प्रोफाइल है और उनका काम करने का ढंग पूरी तरह सुरक्षित है। यह न केवल विदेशों से कॉलगर्ल्स मंगाते हैं बल्कि बड़ी कंपनियों के मेहमानों के साथ कॉलगर्ल्स को विदेश की सैर भी कराते हैं।सेक्स एक बड़े कारोबार के रूप में परिवर्तित हो चुका है। इस कारोबार को चलाने के लिए बाकयादा ऑफिस खोले जा रहे हैं। इंटरनेट और मोबाइल पर आने वाली सूचनाओं के आधार पर कॉलगर्ल्स की बुकिंग होती है। ईमेल या मोबाइल पर ही ग्राहक को डिलीवरी का स्थान बता दिया जाता है। कॉलगर्ल्स को ठेके पर या फिर वेतन पर रखा जाता हैं।

यह भी सच है

भारत में जिस्मफरोशी का धंधा लगातार बढ रहा है। 1956 में पीटा कानून के तहत वेश्यावृत्ति को कानूनी वैद्यता दी गई, पर 1986 में इसमें संशोधन करके कई शर्तें जोड़ी गई। इसके तहत सार्वजनिक सेक्स को अपराध माना गया। इसमें सजा का भी प्रावधान है। वूमेन एंड चाइल्ड डेवलेपमेंट मिनिस्ट्री ने 2007  में एक रिपोर्ट दिया, इसके मुताबिक, 30  लाख औरतें जिस्मफरोशी का धंधा करती हैं। इममें 36 फीसदी तो नाबालिग हैं। अकेले मुंबई में 2 लाख सेक्स वर्कर का परिवार रहता है, जो पूरे मध्य एशिया में सबसे बड़ा है। भारत में सबसे बड़े रेड लाइट एरिया कोलकाता में सोनागाछी, मुंबई में कामथीपुरा, दिल्ली में जी.बी. रोड, ग्वालियर में रेशमपुरा, वाराणसी में दालमंडी, सहारपुर (यूपी) में नक्कास बाजार, मुजफ्फरपुर (बिहार) में छतरभुज स्थान, मेरठ (यूपी) में कबाड़ी बाजार और नागपुर में गंगा-यमुना हैं।

हाल ही में कई सेक्स रैकेट का खुलास हुआ है। इसमें दक्षिण भारत के बेंगलूरू और हैदराबाद में बड़े-बड़े रैकेट पकड़े गए हैं। आइए नजर डालते हैं कुछ ऐसे ही बड़े सेक्स रैकेट खुलासों पर -

सेक्स रैकेट में शामिल हैं कई साउथ इंडियन फिल्मों की हिरोइन

बेंगलूरू के सेक्स रैकेट ने तो पूरे देश को हिला रखा है। एक पांच सितारा मशहूर होटल से दक्षिण भारतीय फिल्मों की अभिनेत्री यमुना के साथ दलाल सुमन और एक आईटी कंपनी के सीईओ वेणुगोपाल को गिरफ्तार किया गया था। जो शहर के तमाम बड़े होटलों में बड़ी-बड़ी पार्टियों के बहाने सेक्स रैकेट चलता था। जांच से पता चला है कि यमुना, सोची-समझी नीति के तहत करती थी, ताकि पकड़े जाने पर वह आपसी सहमति से सेक्‍स की दलील देकर खुद को रैकेट में शामिल होने के आरोप से बचा सके। यह रैकेट किसी कोठे पर नहीं थ्री स्‍टार और फाइव स्‍टार होटलों में ही चलता था। रैकेट में मजबूर नहीं ग्‍लैमरस महिलाएं शामिल हैं। बड़ी और नामी हिरोइन भी बडे़-बड़े अधिकारियों की ‘सेवा’ के लिए तैयार रहती हैं।

हैदराबाद में तेलुगू फिल्म अभिनेत्री सायरा बानू करती थी धंधा !

हैदराबाद में तेलुगू फिल्म अभिनेत्रियों सायरा बानू और ज्योति के साथ सात अन्य लोगों को रंगे हाथ पकड़कर वेश्यावृत्ति से जुड़े एक गिरोह का भंडाफोड़ किया गया। कुंदन बाग के एक नजदीकी इलाके के एक अपार्टमेंट से कथित तौर पर सायरा और ज्योति को उज्बेकिस्तान की एक महिला व उनके ग्राहकों के साथ गिरफ्तार किया गया। गिरोह में कुछ रईसों और जाने माने लोगों शामिल हैं।

पर्यटक स्थल बन चुके हैं धंधे का स्वर्ग

हाल ही में गोवा में एक सेक्स रैकेट पकड़ा गया है। यहां के पाउला क्षेत्र से दो दलालों सहित चार नेपाली लड़कियों को पकड़ा गया। इन लड़कियों से जबरन देह व्यापार कराया जा रहा था। इनमें से एक लड़की नाबालिग थी। पुलिस के मुताबिक इस तरह के रैकेट आई टी के मशहूर बैंगलोर में भी काफी संख्या में हैं। फिलहाल पुलिस के पास पुख्ता सबूत नहीं है इसलिए वो कुछ भी कहने से बच रही है।

सेक्स रैकेट चलाती थी भोजपुरी हिरोइन

21 जनवरी को अहमदाबाद के इनकम टेक्स चार रस्ता के नजदीक कॉमर्शियल सेंटर में आने वाले होटल देव पैलेस से सेक्स रैकेट में शामिल एक भोजपूरी हिरोइन को गिरफ्तार किया गया। गिरफ्तारी के दौरान केवल जवान और अय्याश ही नहीं बच्चे भी शामिल थे।

कहीं पढाई का खर्च का चलाने के लिए तो कहीं महंगे शौक के लिए अब लड़कियां करती हैं देह का धंधा

एक सर्वेक्षण के मुताबिक ब्रिटेन के विश्वविद्यालयों में पढ़ने वाले कई छात्राएं अपनी पढ़ाई का खर्च जुटाने लिए देह व्यापार करती हैं। पिछले दस वर्षों में विद्यार्थियों में देह व्यापार तीन फ़ीसदी से बढ़कर 25 फ़ीसदी तक पहुंच गया है। ये सर्वेक्षण किंग्स्टन विश्वविद्यालय के प्रोफेसर रॉन रॉबर्ट्स ने सेक्स उद्योग से विद्यार्थियों के संबंध को जानने के लिए किया है। क़रीब 11 फ़ीसदी विद्यार्थी एस्कोर्ट का काम करने के विकल्प को मान लेते हैं या विचार करते हैं। हाई प्रोफाइल सेक्सकर्मी को एस्कोर्ट कहा जाता है। कॉलेज में ट्यूशन फीस ज़्यादा होने के वजह से विद्यार्थियों को ‘इंटरनेट पर अश्लील फ़िल्म’, ‘अश्लील बातें’ और ‘लैप डांस’ जैसा काम करना पड़ता है। सर्वेक्षण ब्रिटेन के एक ही विश्वविद्यालय में किया गया है। वहीं, कई अमीर लड़कियां अपने महंगे शौक को पूरा करने के लिए भी धंधा करती हैं।

आपकी राय

आज जिस्मफरोशी के धंधे का स्वरूप बदल रहा है। पहले मजबूरी और लाचारी में औरते इस धंधे में उतरती थी, पर अब मंहगे शौक को पूरा करने के लिए यह धंधा हाईप्रोफाइल बन चुका है। इस बारे में आप क्या सोचते हैं? आप अपनी राय नीचे कमेंट बॉक्‍स में लिखकर दुनियाभर के पाठकों से शेयर कर सकते हैं। 

'मैं आज जो कुछ भी हूं सलमान की वजह से हूं'

अभिनेता और राजनेता शत्रुघ्न सिन्हा की बेटी को कई अवार्ड समारोह में सर्वश्रेष्ठ नवोदित कलाकार के पुरस्कार से नवाजा जा रहा है। पिता शत्रुघ्न सिन्हा इस बात से बहुत खुश है लेकिन उन्होंने सोनाक्षी को कई बातों का ध्यान रखने की भी सलाह दी है।

शत्रुघ्न सिन्हा का कहना है कि मुझे बहुत गर्व महसूस होता है जब मैं सोनाक्षी को स्टेज पर अवार्ड रिसीव करते हुए देखता हूं। लेकिन मैंने सोनाक्षी को कह रखा है कि अपने पैर जमीन पर रखे।

वहीं दूसरी तरफ अभिनेत्री सोनाक्षी सिन्हा का कहना है कि आज मैं जो कुछ भी हूं सिर्फ अपने सह-अभिनेता सलमान खान की वजह से हूं। सोनाक्षी कहती है कि एक नवोदित कलाकार के लिए दबंग से अच्छे कोई फिल्म नहीं हो सकती।

सोनाक्षी आगे कहती है कि अरबाज खान और निर्देशक अभिनव कश्यप की भी आभारी हूं कि उन्होंने मुझे अपनी फिल्म में न सिर्फ काम करने का मौका दिया, बल्कि मेरा हौसला भी बढ़ाया।

'मेरे तो पहले से ही बच्चे हैं, मैं शादी क्यों करूं'


बॉलीवुड अभिनेता सलमान खान कब शादी करेंगे यह सवाल उनके हर फैन के मन में उठता रहता है|सलमान का नाम कई अभिनेत्रियों के साथ जुड़ा मगर बात किसी के भी साथ बात शादी तक नहीं पहुंच पाई|हाल ही में कैटरीना कैफ से भी उनके ब्रेकअप की ख़बरें आ चुकी हैं|
ऐसे में सब यही जानना चाहते हैं कि आखिर सलमान कभी शादी करेंगे भी या नहीं|हाल ही में डीएनए अख़बार को दिए इंटरव्यू में सलमान ने अपनी शादी पर खुलकर चर्चा की|
अपनी शादी के बारे में सलमान मजाक में बोले कि हो सकता है वह इस साल के अंत तक शायद शादी कर लें,मगर दूसरे ही पल बोले कि मैं तो न जाने कितनी बार शादी करने की बात कह चुका हूं|वैसे मैं शादी क्यों करूं|कोई शादी इसलिए करता है कि आगे चलकर उसके बच्चे हों मगर मेरे तो पहले से ही बच्चे हैं|मेरे भांजे भतीजियां ही मेरे बच्चे हैं|मैं बच्चों के लिए शादी कर सकता था मगर मेरे बच्चे हैं तो मुझे शादी करने की क्या जरुरत है|

मेरा काम आशीर्वाद देना है, पैसों का हिसाब-किताब रखना नहीं...


धर्मशाला ‘मैं बौद्ध भिक्षु हूं। मेरी दिनचर्या बौद्ध धर्म की शिक्षा ग्रहण करने और अनुयायियों को आशीर्वाद देने तक ही सीमित है। अनुयायियों से मिले चढ़ावे और अन्य उपहारों का हिसाब-किताब मैं नहीं रखता। यह हिसाब लवरंग तशरुफू के अधिकारी और कर्मचारी रखते हैं।’ यह जवाब करमापा ने विशेष जांच दल को दिया।

केंद्रीय गृह मंत्रालय की अनुमति पर यह टीम करमापा से सिद्धबाड़ी स्थित ग्यूतो तांत्रिक विश्वविद्यालय के अस्थायी निवास स्थान में करमापा से पूछताछ करने पहुंची थी। टीम का नेतृत्व ऊना के एएसपी केजी कपूर और डीएसपी सुरेंद्र शर्मा ने किया। पुलिस ने करमापा से उनके कार्यालय से बरामद विदेशी मुद्रा और जमीन खरीद-फरोख्त मामले में 50 सवाल पूछे। अधिकतर सवालों के जवाब में करमापा ने अनभिज्ञता जाहिर की। उन्होंने सिर्फ यही कहा, ‘इसके जवाब वित्त अधिकारियों को ही मालूम होंगे। हिसाब-किताब में कोई गड़बड़ी है तो इसके लिए वित्त शाखा जिम्मेदार है।’ कपूर ने करमापा के जवाबों पर असंतोष जताते हुए कहा कि उनसे दोबारा पूछताछ संभव है।

 आईबी और रॉ की जांच शुरू:

जांच अधिकारियों ने बताया कि करमापा के खिलाफ विदेशी मुद्रा कानून के तहत भी मामला दर्ज हो सकता है। इसके लिए आईबी और रॉ के अधिकारी धर्मशाला पहुंचकर जांच शुरू कर चुके हैं। पुलिस ने अब तक करमापा कार्यालय से जमीन खरीदी के दस्तावेज, वित्तीय लेन-देन के रिकॉर्ड, कंप्यूटर और लैपटॉप को कब्जे में लिया है। रविवार को ऊना पुलिस ने दिल्ली स्थित मजनूं का टीला, धर्मशाला के कुछ नामी-गिरामी होटलों और रेस्टोरेंट्स में दबिश दी। चंडीगढ़ से आईबी के आईआईटी विशेषज्ञों ने करमापा कार्यालय के कंप्यूटर और लैपटॉप में मिले डाटा की जांच की। दलाई लामा ने चीन पर दागे आरोपों के मिसाइल डीएनए नेटवर्क. बेंगलुरू तिब्बतियों के सर्वोच्च धर्मगुरु दलाई लामा ने कहा है कि करमापा लापा के अस्थाई निवास से विदेशी मुद्रा बरामद होने के पीछे चीन का हाथ हो सकता है। दलाई लामा ने रविवार को चित्रदुर्ग में कहा कि धर्मशाला में चीन के बहुत से अनुयायी रहते हैं। संभव है कि पैसा बरामदगी में उनकी भूमिका हो। फिर बेंगलुरू के नेशनल कॉलेज ग्राउंड में धर्मगुरु ने कहा, ‘चीन सरकार के दमन के बावजूद वहां बौद्ध धर्म के अनुयायी बढ़ते जा रहे हैं। चीन निवासी तिब्बतियों के अनुसार वहां कम से कम 30 करोड़ बौद्ध हैं।’ उन्होंने कहा कि अर्थव्यवस्था खुलने और विकास के बाद मजबूरी में चीन को धार्मिक रूप से सहिष्णु होना पड़ा है।

1500 करोड़ की बेनामी संपत्तियां

धर्मशाला। धर्मशाला के पास सिद्धबाड़ी स्थित करमा कग्यू बौद्ध पंथ के 17वें करमापा उग्येन त्रिनले दोरजे के अस्थायी निवास स्थान ग्यूतो तांत्रिक विश्वविद्यालय के कार्यालय में करोड़ों रुपए की देशी और विदेशी मुद्रा बरामद होने से कांगड़ा जिला में बौद्ध मठों के नाम पर बनाई जा रही बेनामी संपत्तियों के मामले का खुलासा हुआ है। पिछले कुछ समय से क्षेत्र में बेनामी संपत्तियों के बढ़ते मामलों के चलते इस संबंध में केंद्रीय खुफिया एजेंसियों ने विदेशी धन के इस्तेमाल की आशंका जताई थी। सीआईडी ने धर्मशाला सहित आसपास के क्षेत्रों में 1500 करोड़ रुपए की बेनामी संपत्तियों को चिह्न्ति कर सरकार को अपनी रिपोर्ट भेजी थी।

इसी आधार पर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मैक्लोडगंज सहित जिला कांगड़ा के विभिन्न स्थानों पर बौद्ध मठों के नाम पर खरीदी जा रही बेनामी भू-संपत्तियों के मामलों पर अपनी जांच शुरू की थी। ईडी ने जिला कांगड़ा मुख्यालय धर्मशाला, मैक्लोडगंज, बीड़, गोपालपुर, कोटला सहित अन्य क्षेत्रों में निर्वासित तिब्बतियों की ओर से 5 बौद्ध मठों और संस्थानों के नामों पर खरीदी गई बेनामी संपत्तियों के मामले में जिला राजस्व विभाग से की गई कार्रवाई, भू-राजस्व रिकॉर्ड और मालिकों के नाम और अन्य जानकारियां मांगी थी।

चीन से अमेरिका तक तानाबाना
ईडी के अनुसार इन बेनामी संपत्तियों की खरीद में चीन से आए धन का इस्तेमाल किया गया है। एक सुनियोजित षड्यंत्र के तहत चीन यह राशि पहले बैंकॉक और बैंकॉक से इस धन को अमेरिका हस्तांतरित किया गया है। अमेरिका के माध्यम से इस राशि को भारत में लाया गया है। मैक्लोडगंज स्थित निगमापा सेंटर और डिप छोलिंग सेलुक्पा बौद्ध मठ, 17वें करमापा का अस्थायी निवास स्थान ग्यूतो तांत्रिक विश्वविद्यालय सिद्धबाड़ी, मैक्लोडगंज स्थित जमयांग छोलिंग ननरी और घरोह स्थित शुगसप ननरी के भू मालिकों और इस पर खर्च किए गए धन और त्रिलोकपुर के पास टीएसआर बौद्ध मठ की भूमि के मामले में की गई जांच की रिपोर्ट भी ईडी ने मांगी थी। वीरवार को की गई छापेमारी इसी कड़ी का एक अहम हिस्सा माना जा रहा है।

ढाई हजार कनाल के बेनामी सौदे
धर्मशाला क्षेत्र में लगभग ढाई हजार कनाल के लगभग भूमि बेनामी सौदों के माध्यम से विदेशी या फिर बाहरी उद्योगपतियों की ओर से खरीदी गई है। इन बेनामी संपत्तियों में जहां मात्र एग्रीमेंट्स के माध्यम से ही सैकड़ों कनाल भूमि का लेन-देन होता है, वहीं सरकार को स्टांप ड्यूटी का लाखों रुपए का नुकसान होने के साथ-साथ इस डील में इस्तेमाल किए गए करोड़ों रुपए के धन के न तो स्रोतों की जानकारी मिल पाती है और न ही इन पर किसी तरह का टैक्स देय होता है। राजस्व विभाग के आंकड़ों के अनुसार कुलप्रकाश के नाम पर धर्मशाला के आसपास खाता नंबर 368 में 660.65 वर्ग मीटर जबकि सिद्धपुर में 0.10.18 हैक्टेयर भूमि है। सिद्धपुर में किए जा रहे बौद्ध मठ के लिए भूमि सौदे में सिद्धपुर की भूमि के संबंध में ही एग्रीमेंट होने की संभावना बताई जा रही है।

ऊना में पकड़े युवक रिमांड पर
एक करोड़ की नगदी के साथ गिरफ्तार किए गए संयोग दत्त और आशुतोष को सीजेएम कोर्ट ने एक फरवरी तक रिमांड पर भेज दिया है। तिब्बती ट्र्स्ट प्रबंधक रावजी चौसांग को शुक्रवार को कोर्ट में पेश किया जाएगा।

फेरा और फेमा के तहत दर्ज हो सकता है मामला
ग्यूतो तांत्रिक विश्वविद्यालय सिद्धबाड़ी स्थित करमापा के अस्थायी निवास स्थान के कार्यालय से करोड़ों रुपए की भारतीय के साथ विदेशी मुद्रा बरामदगी के बाद अब इस मामले में फारन एक्सचेंज मैनेजेंट एक्ट (फेमा) और फारन एक्सचेंज रेग्यूलेशन एक्ट (फेरा) की अवहेलना करने का मामला भी दर्ज हो सकता है। देश में विदेशी मुद्रा अधिनियम में विदेशी मुद्रा को लाने संबंधी नियम निर्धारित हैं, लेकिन इस मामले में भारी मात्रा में विदेशी मुद्रा मिलने के चलते पुलिस इस पर सीधे तौर पर कार्रवाई करने में सक्षम नहीं है। ऐसे में अब फेरा और फेमा के तहत इस मामले में जांच की जाएगी। पांच जनवरी 2000 को धर्मशाला पहुंचे करमा कग्यू बौद्ध पंथ के 17वें करमापा उग्येन त्रिनले दोरजे 28 दिसंबर 1999 को तिब्बत के तशुरफू बौद्ध मठ से अपने 5 अनुयायियों और बड़ी बहन नगदुप पेल्जोन सहित हिमालय के दुर्गम क्षेत्रों की 1500 किलोमीटर पैदल यात्रा कर छिपते-छिपाते नेपाल होते हुए भारत पहुंचे थे, तब से लेकर वह मीडिया की सुर्खियां बने हुए हैं।

सूचनाओं की एवज में लाखों लेता था आईएसआई एजेंट

धर्मशाला। सीआईडी शिमला की विशेष टीम की ओर से गिरफ्तार आईएसआई एजेंट पूर्व सैनिक एवं पशुपालन विभाग में तैनात सहायक भगवान दास आईएसआई को सूचनाएं देने की एवज में मोटी रकम वसूलता था। सीआईडी ने उसके बैंक खातों सहित मोबाइल कॉल डिटेल से उसके आईएसआई से संपर्क होने का खुलासा किया है। सीआईडी की विशेष टीम ने भगवान दास के रजियाणा स्थित आवास से एक संदिग्ध डायरी भी बरामद की है जिसमें भगवान दास ने आईएसआई को भेजी सूचनाओं का ब्योरा दर्ज करने के साथ-साथ उसे सूचनाओं की एवज में मिले धन का लेखा-जोखा दर्ज किया है। भगवान दास को आईएसआई के ही एजेंटों ने ही स्वयं संपर्क साधकर पैसे के बदले सूचनाएं देने के लिए तैयार किया था। इसके लिए उसे बाकायदा धन का भुगतान उसके बैंक खाते के माध्यम से करने का प्रलोभन दिया गया था।

एक हफ्ते से सीआईडी का विशेष दल भगवान दास की गतिविधियों पर खुफिया नजर रखे हुए था। इसी कड़ी में वीरवार को विशेष दल ने उसे रजियाणा में दबोच लिया। भगवान दास की कब्जे में ली गई गाड़ी के दस्तावेज भी फर्जी पाए गए हैं। प्रारंभिक पूछताछ में भगवान दास ने स्वयं सूचनाओं की एवज में पैसे के लेन-देन की बात स्वीकारी है।

वहीं उसके माध्यम से आईएसआई ने किन-किन क्षेत्रों की जानकारियां हासिल की हैं और उनके संपर्क में भगवान दास के माध्यम से कौन-कौन लोग थे इसकी जांच में सीआईडी जुट गई है। सीआईडी को भगवान दास के अन्य संपर्क सूत्रों की भी तलाश है। इस मामले में शीघ्र कुछ और गिरफ्तारियों की संभावना है। वहीं, कांगड़ा न्यायालय के न्यायाधीश ने आरोपी भगवान दास को चार दिन के सीआईडी रिमांड पर भेजने के आदेश जारी किए।